🔳प्रसाद वितरण, पैकिंग समेत श्रद्धालुओं की आवाजाही को संभालेंगे कमान
🔳12 जून से मथुरा के कुशल कारीगर तैयार करेंगे मालपुए का प्रसाद
🔳पुलिस – प्रशासन ने भी तैयारियों को लेकर कसी कमर
🔳चप्पे-चप्पे पर मुस्तैद रहेंगे पुलिसकर्मी, सीसीटीवी से होगी निगरानी
🔳15 जून को सुप्रसिद्ध कैंची धाम में उमड़ा है आस्था का सैलाब
🔳 विभिन्न विभागों के कर्मचारी भी पूरे मनोयोग से निभाते हैं जिम्मेदारी
((( टीम तीखी नजर की रिपोर्ट)))

अल्मोड़ा हल्द्वानी हाईवे पर स्थित सुप्रसिद्ध कैंची धाम में स्थापना दिवस पर 15 जून को लगने वाले मेले की तैयारियां तेज हो गई है। पुलिस प्रशासन के साथ ही मंदिर प्रबंधन भी तैयारी में जुट गया है। इस वर्ष भी लाखों श्रद्धालुओं के मंदिर पहुंचने की उम्मीद है। श्रद्धालुओं को मंदिर परिसर के भीतर कोई परेशानी न हो इसके लिए करीब तीन सौ से ज्यादा कारसेवक व्यवस्था बनाने को जुटेंगे। मालपुआ निर्माण की जिम्मेदारी भी मथुरा से पहुंचने वाले करीब पचास कारीगरों पर होगी। मंदिर ट्रस्ट सदस्य शैलेश साह के अनुसार विशेष पूजा अर्चना के बाद 12 जून से मालपुआ निर्माण का कार्य शुरु होगा।
देश विदेश के लाखों श्रद्धालुओं के आस्था के केंद्र बाबा नीम करौली आश्रम कैंची धाम में स्थापना दिवस के मौके पर प्रतिवर्ष लगने वाले मेले की तैयारियां अंतिम चरण में पहुंच गई है‌। मेले को लेकर पुलिस प्रशासन ने कमर कस ली है तो वहीं मंदिर प्रबंधन ने भी रुपरेखा तैयार कर ली है। प्रतिवर्ष की भांति इस वर्ष भी मेले में लाखों श्रद्धालुओं के पहुंचने की उम्मीद है। मंदिर परिसर में प्रसाद वितरण, पैकिंग व अन्य व्यवस्थाओं का जिम्मा तीन सौ से ज्यादा बाबा भक्त संभालेंगे जबकि मेला परिसर में भी समुचित पुलिस कर्मियों की तैनाती होगी। मेला परिसर की निगरानी को सीसीटीवी कैमरे भी लगाए जाएंगे। प्रसाद के तौर पर वितरित किए जाने वाले मालपुआ निर्माण के कुशल कारीगर भी मथुरा के सौंख गांव से एक दो दिन में कैंची धाम पहुंच जाएंगे। मालपुआ निर्माण भी भी करीब पचास कारीगर रहेंगे। 12 जून से विशेष मंत्रोच्चार के साथ पूजा अर्चना के बाद मालपुआ तैयार किया जाएगा। 12 से 15 जून की शाम तक मालपुआ निर्माण होगा। 15 जून को कैंची धाम, काकड़ीघाट स्थित आश्रम, हनुमानगढ़ी व भूमियाधार स्थित आश्रम में भोग के बाद प्रसाद वितरण का कार्य शुरु होगा। मंदिर प्रबंधन सदस्य शैलेश साह के अनुसार सभी तैयारियां को अंतिम रुप दिया जा रहा है। इस वर्ष और अधिक श्रद्धालुओं के कैंची धाम पहुंचने की उम्मीद है।

विभिन्न विभागों के कर्मचारी भी पूरे मनोयोग से निभाते हैं जिम्मेदारी

किस्मत बदलने वाले बाबा के धाम में लगने वाले मेले में प्रत्येक विभाग के अधिकारियों व कर्मचारियों पर जिम्मेदारी होती है। हालांकि लाखों श्रद्धालुओं के उमड़ने पर व्यवस्था खुद-ब-खुद बनती चली जाती है ऐसा लगता है मानो बाबा नीम करौरी स्वयं भीड़ को नियंत्रित कर रहे हो। पुलिस प्रशासन के साथ ही विद्युत, पेयजल, साफ सफाई, स्वास्थ्य विभाग के के कर्मचारी पूरे मनोयोग से डूयूटी निभाते हैं। 15 जून की शाम तक अधिकार व कर्मचारी डूयूटी पर मुस्तैद रहते हैं। वहीं विभिन्न जनपदों से पहुंचने वाले पुलिस के अफसर व जवान भी चप्पे चप्पे पर तैनात होकर अपनी जिम्मेदारी संभालते हैं।