◼️पांच से ज्यादा विद्यालय शिक्षक विहीन, व्यवस्था के तहत चलाया जा रहा कार्य

◼️ पंचायत प्रतिनिधियों व क्षेत्रवासियों ने लगाया उपेक्षा का आरोप
◼️ शिक्षकों की कमी से नौनिहालों का भविष्य अंधकार में होने का जताया अंदेशा

((( टीम तीखी नजर की रिपोर्ट)))

गांवो में शिक्षा व्यवस्था चाक-चौबंद किए जाने के लाख दावे किए जाएं पर धरातल की हकीकत दावों की पोल खोल रही। बेतालघाट ब्लॉक में तीस से ज्यादा विद्यालय एकल शिक्षक के भरोसे संचालित हैं जबकि पांच से ज्यादा विद्यालय शिक्षक विहीन हो चुके हैं। विद्यालयों में शिक्षकों की कमी से पंचायत प्रतिनिधि व ग्रामीणों का पारा सातवें आसमान पर है। शिक्षा विभाग पर नौनिहालों के भविष्य से खिलवाड़ का आरोप भी लगाया है।

बेतालघाट ब्लॉक के तमाम गांवों में प्राथमिक विद्यालय हांफने लगे है। शिक्षकों की कमी से शिक्षा व्यवस्था लगातार पटरी से उतरती जा रही है बावजूद कोई सुध लेवा नहीं है। विभागीय अधिकारियों की मानें तो हल्दियानी, नौडा़, तिवाडीखोला, पल्लाढाना समेत तीस से ज्यादा विद्यालय एकल शिक्षक के भरोसे है। महज एक शिक्षक ही कक्षा एक से पांचवीं तक के नौनिहालों को प्राथमिक शिक्षा का पाठ पढ़ा रहे है।वहीं हल्सों कोरण, पालडी समेत पांच से ज्यादा विद्यालय शिक्षक विहीन हो चुके हैं। आसपास के विद्यालयों से व्यवस्था के तहत बामुश्किल शिक्षक भेज कार्य सुचारू किया गया है। ऐसे में नौनिहालों का भविष्य अंधकार में होने का खतरा बढ़ता ही जा रहा है। नौनिहाल भी शिक्षकों की राह देखते-देखते थक चुके हैं। ग्राम प्रधान मल्ला पाली शेखर दानी, प्रधान घंघरेठी कुंदन नेगी, संजय सिंह, पूर्व ग्राम प्रधान पूरन लाल साह, बिशन सिंह मोदी ने आरोप लगाया है कि गांवो में स्थित विद्यालयों की उपेक्षा की जा रही है। शिक्षा विभाग नौनिहालों के भविष्य से खिलवाड़ कर रहा है जिसे कतई बर्दाश्त नहीं किया जाएगा। दो टूक चेतावनी दी है कि यदि विद्यालयों में जल्द समुचित शिक्षकों की तैनाती नहीं की गई तो फिर शिक्षा विभाग के खिलाफ मोर्चा खोल दिया जाऐगा। प्रभारी खंड शिक्षा अधिकारी भूपेंद्र कुमार के अनुसार विद्यालयों में रिक्त पदों की सूचना उच्च अधिकारियों को भेज दी गई है।