🔳 दर्जनों महिलाओं ने पशुओं को गांव की सीमा से बाहर खदेड़ा
🔳 मुख्य सड़क पर नारेबाजी कर जताया रोष
🔳 समीपवर्ती गांव के पशुपालकों पर लगाया मनमानी का आरोप
🔳 पशुओं को छोड़ने वाले पशुपालकों के खिलाफ तहरीर सौंपने की तैयारी
[[[[[[[[[[[ टीम तीखी नजर की रिपोर्ट ]]]]]]]]]]]]
गौवंशीय पशुओं को उपजाऊ खेतों की ओर छोड़ दिए जाने से बेतालघाट ब्लॉक के रतोडा व दाडिमा गांव की महिलाओं का पारा सातवें आसमान पर पहुंच गया। दर्जनों महिलाओं ने गोवंशीय पशुओं को खेतों से खदेड़ गांव की सीमा से बाहर कर दिया। रतौडा पुल पर नारेबाजी कर रोष जताया। दो टूक चेतावनी दी की यदि दोबारा पशुओं को खेतों की ओर छोड़ा गया तो फिर तहसील प्रशासन को मुकदमा दर्ज करने को तहरीर सौंपी जाएगी।
शुक्रवार को रतोडा व दाडिमा गांव की दर्जनों महिलाएं घर का कामकाज छोड़ सड़क पर उतर आई। समीपवर्ती गांवों से गौवंशीय पशुओं को खेतों की ओर छोड़े जाने पर रोष जताया। आरोप लगाया की समीप के गांव से पशुपालक पशुओं को खेतों की ओर छोड़ दें रहे। पशु खेतों में पहुंचकर उपज को बर्बाद कर दे रहे हैं जिससे काफि नुकसान भुगतान पड़ रहा है। वर्तमान में पशुओं ने मिर्च तथा मंडवे की खेती को चौपट कर दिया है। कई बार कहने के बावजूद पशुपालक मनमानी पर आमादा हो चुके हैं। लंबे समय से पशु खेतों में पहुंचकर फसल को चौपट कर दे रहे हैं। महिलाओं ने खेतों में पहुंचकर गौवंशीय पशुओं को खदेड़कर गांव की सीमा से बाहर कर दिया। रतौंडा पुल में धरना दे नारेबाजी कर नाराजगी जताई। सर्वसम्मति से तय हुआ की यदि दोबारा पशुओं को उपजाऊ खेतों की ओर छोड़ा गया तो पशुपालकों को चिह्नित कर उनके खिलाफ मुकदमा दर्ज करने को तहरीर सौंपी जाएगी। इस दौरान दीपा दरमाल, उमा देवी, पूजा दरमाल, रेनू देवी, रेखा देवी, लक्की, चंद्रीका मेहरा, गुड़िया, हेमा देवी, हंसी देवी, सुषमा, कमला देवी, देवकी देवी, मुन्नी देवी, जानकी देवी, बसंती देवी आदि मौजूद रहे।