= सीएचसी गरमपानी व बेतालघाट में पानी का अकाल
= पेयजल संकट के चलते चरमरा जा रही सफाई व्यवस्था
= प्रभारी चिकित्सा अधिकारी बोले – जल संस्थान के अधिकारियों को कई बार बताई गई समस्या
(((हरीश चंद्र/पंकज नेगी/हरीश कुमार की रिपोर्ट)))
दिनभर मरीजों के उपचार के बाद धरती के भगवान कहे जाने वाले चिकित्सक पानी ढोने को मजबूर है। सीएचसी गरमपानी व बेतालघाट में पेयजल संकट सिर चढ़कर बोल रहा है। पेयजल संकट के चलते सफाई व्यवस्था भी चरमरा जा रही है। बावजूद व्यवस्था में सुधार नहीं किया जा रहा।
सीएचसी गरमपानी व बेतालघाट तमाम गांवों के मध्य में स्थित है। रोजाना आसपास के गांवों से लोग उपचार को अस्पताल पहुंचते हैं। चिकित्सक भी पूरे मनोयोग से मरीजों का उपचार करते हैं पर बीते 18 व 19 अक्टूबर के बाद से चिकित्सकों को मरीजों को देखने के बाद शाम को हलक तर करने के लिए जूझना पड़ रहा है। मजबूरी में चिकित्सक खुद ही पानी ढोने को मजबूर हैं। गरमपानी सीएचसी के करीब छह चिकित्सक समेत बीस कर्मचारी तथा सीएचसी बेतालघाट के भी चिकित्सक समेत करीब तीस कर्मचारी पेयजल संकट के चलते परेशान है। प्रभारी चिकित्सा अधिकारी डा. सतीश पंत के अनुसार सप्ताह में एक बार टैंकर से पानी मुहैया कराया जा रहा है जो नाकाफी है। कहा कि कई बार पत्राचार कर दिया गया है पर व्यवस्था में सुधार नहीं किया जा रहा। पानी की किल्लत से सफाई व्यवस्था भी चरमरा जा रही है। दूरदराज से पानी की व्यवस्था करनी पड़ रही है। स्थानीय लोगों ने भी चिकित्सालय में पेयजल आपूर्ति दुरुस्त किए जाने की पुरजोर मांग उठाई है।