= युद्ध स्तर पर चलेगा मलबा हटाने का कार्य
= 11 से 14 अक्टूबर तक हाईवे पर बाधित रहेगी आवाजाही

((((विरेन्द्र बिष्ट/सुनील मेहरा/दलिप सिंह नेगी/हरीश कुमार की रिपोर्ट))))

अल्मोड़ा हल्द्वानी हाईवे को दुरुस्त करने के लिए रणनीति तैयार कर ली गई है। 11 से 14 अक्टूबर तक युद्ध स्तर पर हाईवे से मलबा हटाने का कार्य होगा। इस दौरान हाइवे पर आवाजाही पूर्णत: प्रतिबंधित रहेगी।

18 व 19 अक्टूबर को हुई मूसलाधार बारिश के बाद कुमाऊं की लाइफ लाइन अल्मोड़ा हल्द्वानी हाईवे को भारी नुकसान पहुंचा। पांच दिन आवाजाही ठप होने के बाद बमुश्किल आवाजाही सुचारू हो सकी। दो पांखी क्षेत्र में पांच सौ मीटर पहाड़ी काट रास्ता तैयार किया गया। अब भोर्या बैंड, लोहाली, जौरासी, काकडी़घाट, सियालखेत, सुयालबाड़ी, खीनापानी, क्वारब तक युद्ध स्तर पर मलबा हटाने का कार्य किया जाएगा। इसके लिए तीन पोकलैंड के साथ ही चार लोडर मशीन से कार्य किया जाएगा। किसी भी दुर्घटना को टाला जा सके इसके लिए आवाजाही पूर्ण रूप से प्रतिबंधित रहेगी। तराई से पहाड़ जाने वाले वाहन भवाली से रामगढ़ होते हुए निकलेंगे जबकि रानीखेत जाने वाले खैरना होते हुए गंतव्य को जाएंगे वहीं अल्मोड़ा से हल्द्वानी जाने वाले वाया रानीखेत तथा क्वारब से वाया रामगढ़ होते हुए भवाली निकलेंगे एनएच के सहायक अभियंता जीसी पांडे के अनुसार 11 से 14 अक्टूबर तक मलबा हटाने का कार्य किया जाएगा।