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तेज वेग से बुनियाद से उभर कर निकले पत्थर
ऐतिहासिक पुल से लगी दीवार को भी किया खोखला

गरमपानी : ऐतिहासिक व सामरिक दृष्टि से महत्वपूर्ण अल्मोड़ा व नैनीताल जनपद को जोड़ने वाली वर्षों पुराना पुल एक बार फिर खतरे में आ गया है। बीते दिनों हुई बारिश के बाद उफान में आई कोसी नदी के थपेड़ों ने ब्रितानी दौर के सेतू की बुनियाद में गहरे जख्म दिए हैं। एनएच के अधिकारियों ने दावा किया है कि खतरा ना बडे़ इसके लिए जल्द ही निरीक्षण कर सुरक्षात्मक कार्य कराए जाएंगे।

कुमाऊं की सबसे महत्वपूर्ण पुलो में से एक अल्मोड़ा तथा नैनीताल जनपद की सीमा पर खैरना क्षेत्र में कोसी नदी पर बनी ब्रितानी दौर की पुल को लगातार कोसी के थपेड़े कमजोर कर रहे हैं। हालांकि अब पुराने पुल के समीप नए पुल का भी निर्माण किया जा रहा है पर अभी पुराने पुल पर ही आवाजाही सुचारू है। बीते दिनों बारिश के बाद कोसी नदी के उफान में आने से नदी का रुख बुनियाद की तरफ हो गया। जिससे कोसी नदी पर बने वर्षों पुराने पुल की बुनियाद में अलग-अलग हिस्सों में नुकसान हुआ है। कुछ वर्ष पूर्व भी कोसी के वेग ने महत्वपूर्ण पुल की बुनियाद को नुकसान पहुंचाया था। तब भी संबंधित विभाग ने मरम्मत का कार्य किया पर बीते दिनों एकाएक उफान में आई कोसी ने एक बार फिर सो वर्ष पुराने सेतु की बुनियाद हिला दी है। पुल की बुनियाद में लगे पत्थरों को नुकसान पहुंचा है तो वही दीवार में दरार भी गहरा गई है। उड़द की दाल व चुने के गारे से तैयार बुनियाद अब समय के साथ-साथ तथा कोसी के लगातार थपेडों से कमजोर भी होती जा रही है। क्षेत्रवासियों ने नए पुल के निर्माण तक पुराने पुल की बुनियाद को दुरुस्त किए जाने की पुरजोर मांग उठाई है।

निर्माणाधीन पुल को भी पहुंचा नुकसान

ऐतिहासिक पुल के सौ वर्ष से भी ज्यादा का समय बीत के बाद एनएच ने समीप ही नए पुल का निर्माण भी तेज कर दिया है। पर कोसी नदी के रोद्र वेग ने नए पुल की सामग्री व निर्माण कार्यों को भी खासा नुकसान पहुंचाया है। कोसी का वेग अपने साथ कई सामग्री बाहर ले गया तो वही बुनियाद में चल रहे कार्य में भी नुकसान पहुंचाया जिसे अब श्रमिकों की सहायता से दुरुस्त करने का कार्य शुरू कर दिया गया है।