◾ ग्रीष्मकाल में नदी में डूबने की घटनाओं पर अंकुश को पुलिस अलर्ट
◾ नदी में उतरने वाले रास्ते किए गए बंद
◾जगह जगह लगाए गए चेतावनी बोर्ड

((( टीम तीखी नजर की रिपोर्ट)))

कोसी नदी क्षेत्र में गहराई व भंवर वाले क्षेत्रों में ग्रीष्मकाल के दौरान डूबने की घटनाओं पर अंकुश लगाने को इस बार पुलिस ने विशेष रणनीति तैयार की है। जगह जगह नदी क्षेत्र में उतरने को बनाए रास्तों को बंद कर दिया गया है। चेतावनी बोर्ड लगाए जाने के साथ ही विशेष जागरूकता अभियान भी शुरू किया जा चुका है‌ चौकी प्रभारी के अनुसार गहराई वाले क्षेत्रों में नियमों को तोड़ नहाने उतरने वालों के खिलाफ कड़ी कार्रवाई भी की जाएगी।
दरअसल अल्मोड़ा हल्द्वानी हाईवे के समीप बहने वाली कोसी नदी में कई लोग नहाने के दौरान डूब के जान गवा चुके हैं। गर्मी बढ़ने के साथ ही पर्वतीय क्षेत्रों में घूमने पहुंचने वाले पर्यटक गहराई व भंवर से अनजान नदी क्षेत्र में नहाने उतरते हैं। गहराई व भंवर का सही अंदाजा ना होने से डूब कर जान गवा देते हैं। कोसी नदी क्षेत्र में लगभग बीस से ज्यादा लोग डूब चुके हैं। काकडीघाट, नावली, जोरासी, भोर्या बैंड, लोहाली, क्वारब आदि क्षेत्रों में लगातार खतरा बना रहता है। इस वर्ष नदी में डूबने की घटनाओं पर अंकुश लगाने को चौकी पुलिस खैरना ने विशेष रणनीति तैयार की है। नदी में उतरने वाले रास्तों को बंद कर दिया गया है चेतावनी बोर्ड लगाने के साथ ही जागरूकता अभियान भी चलाया जा रहा है। एसडीआरएफ छड़ा इकाई को भी अलर्ट रहने को कहा जा चुका है। नदी तट से सटे गांवों में रहने वाले लोगों को भी नदी क्षेत्र में नहाने वाले लोगों की सूचना पुलिस को देने का आह्वान किया गया है। चौकी प्रभारी दिलीप कुमार के अनुसार डूबने की घटनाओं पर अंकुश लगाने को विशेष रणनीति बनाई गई है बावजूद यदि नियमों का उल्लंघन कर कोई भी नदी क्षेत्र में नहाने उतरता है तो फिर कड़ी कानूनी कार्रवाई भी की जाएगी।