रैंप पर मिट्टी बिछा हो रही आवाजाही
पुल के बीचोंबीच गहराने लगे हैं भूधंसाव के निशान
गरमपानी : अल्मोड़ा तथा नैनीताल जनपद की सीमा को जोड़ने वाला क्वारब पुल खतरे की जद में है। पुल के उपरी हिस्से पर भूधंसाव के निशान साफ देखे जा रहे हैं। रैंप पर बिछाई गई मिट्टी के ऊपर वाहन आवाजाही कर रहे हैं। हालात इस कदर खराब है कि वर्षों पुराने पुल के दोनों ओर खतरा मंडराने लगा है।
अल्मोड़ा भवाली राष्ट्रीय राजमार्ग पर क्वारब क्षेत्र में नैनीताल तथा अल्मोड़ा जनपद की सीमा को जोड़ने को कोसी नदी पर बने करीब सौ वर्ष पुराने पुल पर खतरा मंडराने लगा है। पुल का रैंप जर्जर हालत में पहुंच चुका है।बीच पुल गड्डो पर बमुश्किल मिट्टी बिछा आवाजाही की जा रही है। जिससे दुर्घटना का खतरा भी बना हुआ है। पुल के दोनों ओर बने सुरक्षा को बनाए गए पैराफिट भी जवाब देने लगे हैं। वहीं पुल के बीचोबीच भूधंसाव के निशान भी साफ दिखने लगा है। पुल पर रोजाना सैकड़ों वाहन आवाजाही करते हैं। तराई से पहाड़ व पहाड़ से तराई जाने वाले लोग इसी पुल का इस्तेमाल करते हैं। समय-समय पर संबंधित विभाग पुल पर रख रखाव के कार्य भी करता है पर अब पुल निर्माण को काफि अधिक समय बीत जाने तथा पुल पर वाहनों की मार भी ज्यादा पड़ने लगी है। रसद, खाद्यान्न, भवन निर्माण सामग्री से लदे वाहन भी इसी पुल से पहाड़ों को आवाजाही करते हैं। जिससे पुल पर दोगुना वजन बढ़ता है। व्यापार मंडल के प्रदेश उपाध्यक्ष पूरन लाल साह, महिपाल सिंह बिष्ट, प्रकाश जोशी, कुंदन सिंह, महेंद्र सिंह बिष्ट, विरेंद्र सिंह बिष्ट, फिरोज अहमद, महेंद्र सिंह रावत, मदन सुयाल आदि लोगों ने पुल को दुरुस्त किए जाने की मांग उठाई है। अंदेशा जताया है कि यदि मामले को गंभीरता से नहीं लिया गया तो कभी भी बड़ा हादसा सामने आ सकता है।