= बरसाती सीजन में यातायात व्यवस्था दुरुस्त रहे इसके लिए एनएच प्रबंधन ने शुरू की कवायद
= पहाड़ी से मलबा गिरने पर चार लोडर मशीनो से मलवा हटा दुरुस्त किया जाएगा यातायात
= आपदा प्रबंधन वह पुलिस प्रशासन के साथ भी तालमेल कर किया जाएगा कार्य

(((टीम तीखी नजर की रिपोर्ट)))

कुमाऊ की लाइफ लाइन अल्मोड़ा हल्द्वानी हाईवे पर बरसात में आवाजाही सुचारू रहे इसके लिए एनएच प्रशासन ने तैयारी शुरू कर दी है। पहाड़ी से गिरने वाले मलबे को हटाए जाने के लिए अलग-अलग स्थानों पर चार लोडर मशीने मुस्तैद रहेंगी वहीं एनएच कर्मी भी बराबर निगरानी करेंगे।आपदा प्रबंधन व पुलिस प्रशासन के साथ तालमेल कर कार्य किया जाएगा ताकि यातायात में कोई व्यवधान उत्पन्न ना हो।
अक्टूबर में हुई मूसलाधार बारिश ने कुमाऊं की लाइफलाइन कहे जाने वाले अल्मोड़ा हल्द्वानी हाईवे को गहरे जख्म दिए। बामुश्किल आवाजाही सुचारू की गई। अब बरसात से निपटने के लिए एनएच प्रशासन ने तैयारी तेज कर दी है। यातायात सुचारू रहे इसके लिए बकायदा रणनीति तैयार की जा रही है। हाईवे पर भोर्या बैंड, दोपांखी, लोहाली, पाडली, काकडी़घाट आदि तमाम क्षेत्रों मे भारी बारिश में लगातार मलबा गिरने से आवाजाही ठप हो जाती है। एनएच प्रबंधन ने आवाजाही सुचारू रखने के लिए इस वर्ष चार लोडर मशीनें मुस्तैद करने का निर्णय लिया है। लोहाली, भवाली, काकडीघाट तथा कैंची क्षेत्र में लोडर मशीन मुस्तैद रहेंगी जबकि एनएच कर्मी भी बराबर निगरानी रखेंगे ताकि हाईवे पर यातायात सुचारू रहे। आवश्यकता पड़ने पर पुलिस, प्रशासन व आपदा प्रबंधन से भी तालमेल रखकर कार्य किया जाएगा। एनएच के अपर सहायक अभियंता केएस बोरा के अनुसार बरसात में यातायात दुरुस्त रहे इसके लिए रणनीति तैयार की जा रही है चार लोडर मशीने हाईवे पर तैनात रखी जाएंगी ताकि हाईवे पर मलबा व पत्थर गिरने पर समय पर मलबा आदि हटा यातायात सुचारू किया जा सके।