= पर्वतीय क्षेत्र में कड़ाके की ठंड जारी
= बाजारों में पसरा सन्नाटा लोग घरों में दुबके

(((कुबेर जीना/अंकित सुयाल/महेंद्र कनवाल की रिपोर्ट)))

पिछले कुछ दिनों से लगातार ठंड का प्रकोप बढ़ गया है। ठंड के कारण लोग घरों से बाहर नहीं निकल रहे। जिस कारण बाजारों में भी सन्नाटा पसरा हुआ है। ठंड से बचने के लोग आग का सहारा ले रहे हैं। पिछले कुछ दिनों से लगातार मौसम के खराब होने से कड़ाके की ठंड जारी है। पारा बढ़ाती राजनीतिक गर्मी के बीच ठंड सर्दी का एहसास करा रही है। मौसम वैज्ञानिक बर्फबारी की आशंका जता रहे हैं। बारिश से ठंड में और इजाफा हो रहा है। गांवो के लोग बाजार नहीं पहुंच रहे जिससे बाजारों में भी सन्नाटा पसरा हुआ है। शाम होते ही बाजार भी बंद हो जा रही है। व्यापारी घरों को लौट रहे जा हैं।