◾ मध्याह्न भोजन तथा प्रयोगात्मक कार्य भी हो रहे प्रभावित
◾ एक वर्ष से आए दिन प्रभावित रहती है पेयजल आपूर्ति
◾ अभिभावकों व क्षेत्रवासियों ने उठाई व्यवस्था में सुधार की मांग
((( टीम तीखी नजर की रिपोर्ट)))
पर्वतीय क्षेत्र में पेयजल बडा़ संकट बन चुका है। गांवों के साथ ही विद्यालयों में भी नौनिहाल बूंद बूंद पानी को परेशान हैं। जीआइसी भुजान में पेयजल संकट से मध्यान्ह भोजन तैयार करने तथा जीव व रसायन विज्ञान जैसे महत्वपूर्ण विषयों के प्रयोगात्मक कार्य तक प्रभावित हो जा रहे हैं। विद्यालय के प्रधानाचार्य भंवर सिंह के अनुसार कई बार जल संस्थान को मौखिक तथा लिखित जानकारी देने के बावजूद व्यवस्था में सुधार नहीं हो रहा। अभिभावकों व क्षेत्रवासियों ने भी विद्यालय में पेयजल व्यवस्था दुरुस्त न होने पर गहरी नाराजगी जताई है।
समीपवर्ती रानीखेत खैरना स्टेट हाईवे पर स्थित जीआइसी भुजान में पेयजल आपूर्ति आए दिन प्रभावित हो रही है। जिस कारण विद्यालय में अध्ययनरत 339 विद्यार्थियों समेत शिक्षकों व कर्मचारियों को तमाम परेशानियों का सामना करना पड़ रहा है। नौनिहाल घर से ही पानी लेकर विद्यालय पहुंच रहे हैं। पेयजल आपूर्ति के आए दिन प्रभावित होने से मध्यान्ह भोजन तथा प्रयोगात्मक कार्यौ में भी दिक्कत का सामना करना पड़ता है। विद्यालय के प्रधानाचार्य भंवर सिंह के अनुसार विद्यालय में पेयजल संकट बढ़ीं समस्या बन चुका है। कई बार जल संस्थान के अधिकारियों को मौखिक व लिखित सूचना दिए जाने के बावजूद व्यवस्था में सुधार नहीं हो रहा। व्यापारी नेता कुलदीप खनायत, दीपक, सोनू बिष्ट, महिपाल सिंह बिष्ट आदि ने शिक्षा के मंदिर में पेयजल आपूर्ति दुरुस्त न किए जाने पर नाराजगी जताई है। विभागीय अधिकारियों पर लापरवाही का आरोप भी लगाया है। चेतावनी दी है की यदि जल्द व्यवस्था में सुधार नही किया गया तो फिर आंदोलन की रणनीति तैयार की जाएगी।