◼️ प्रचार प्रसार ना होने से लोगों को नहीं हो सकी जानकारी
◼️ कुछ गांवों के लोग पहुंचे उठाई समस्याओं के समाधान की मांग
◼️ एसडीम बोले – गांवो में भी लग रहे लगातार जन समस्या निवारण शिविर
◼️ पूर्व प्रधान ने लगाया आरोप सूचना मिलती तो तहसील दिवस में जरुर पहुंचते

महिला सभागार गरमपानी में लगे तहसील दिवस में अधिकारी तो पहुंचे पर फरियादी नहीं पहुंच सके। कुछ आसपास के ग्रामीणों ने समस्याओं के समाधान की मांग उठाई। एसडीएम ने गांवों में लगातार लग रहे जन समस्या निवारण शिविरों के चलते तहसील दिवस में फरियादियों के ना पहुंचने का दावा किया। पूर्व ग्राम प्रधान ने तहसील दिवस की कोई भी सूचना न दिए जाने का आरोप लगाया।
मंगलवार को महिला सभागार में तहसीलदार मनीषा बिष्ट की अध्यक्षता में तहसील दिवस हुआ। रामगढ़ तथा बेतालघाट ब्लॉक से पहुंचे विभिन्न विभागों के अधिकारी भी पहुंच गए पर काफी देर तक फरियादियों के न पहुंचने से अजीबोगरीब स्थिति पैदा हुई। कुछ देर बाद आसपास के कुछ गांवों के लोग तहसील दिवस में पहुंचे। डोबा गांव से पहुंचे ग्रामीणों ने सिंचाई नहर दुरुस्त करने करने की मांग उठाई। बेतालघाट ब्लॉक में जर्जर हालत में पहुंच चुके विद्यालयों को दुरुस्त किए जाने का मुद्दा उठा। तहसीलदार मनीषा बिष्ट ने विभागीय अधिकारियों को समस्याओं के समाधान के निर्देश दिए। विभिन्न विभागों से पहुंचे अधिकारियों ने विभागों से संचालित योजनाओं की जानकारी दी। तहसील दिवस पर फरियादियों के ना पहुंचने के सवाल पर उपजिलाधिकारी राहुल शाह ने कहा कि न्याय पंचायतवार जन समस्या निराकरण शिविर लगाए जा रहे हैं गांव में तमाम समस्याओं का समाधान किया जा रहा है दावा किया कि इसी वजह से तहसील दिवस पर फरियादी नहीं पहुंच पाए। इधर छडा़ खैरना के पूर्व ग्राम प्रधान तथा वरिष्ठ व्यापारी नेता पूरन लाल साह ने आरोप लगाया कि तहसील दिवस की कोई सूचना नहीं दी गई यदि सूचना मिलती तो निश्चित तौर पर क्षेत्र की समस्याओं के समाधान को तहसील दिवस में पहुंचते। तहसील दिवस में पंचायती राज, बाल विकास, कृषि, उद्यान, समाज कल्याण, स्वास्थ्य, विद्युत, जल संस्थान आदि के अधिकारी अधिकारी पहुंचे। इस दौरान कानूनगो नरेश असवाल, गोपाल वर्मा, केएन शर्मा, किरण पांडे, गोपाल वर्मा, कुसुमलता बोहरा, युगल शर्मा आदि मौजूद रहे।