= सत्तर लाख रुपये से ज्यादा के नुकसान की आशंका
= गांवों में नहीं सुधर सके हालात
= बीते छह दिन से अंधेरे में डूबे है आधा दर्जन गांव

(((दलिप सिंह नेगी/मनोज पडलिया/हरीश कुमार की रिपोर्ट)))

उत्तरवाहिनी शिप्रा व कोसी के वेग ने जगह-जगह खूब तबाही मचाई तो वही बरसाती नाले भी उफान पर आ गए। अल्मोडा़ हल्द्वानी हाईवे पर रामगाढ़ क्षेत्र में स्थित जल विद्युत परियोजना पर भी भारी नुकसान हुआ।योजना ठप पड़ गई है जिस कारण बेतालघाट ब्लाक के करीब आधा दर्जन गांव बीते छह दिनो से अंधेरे में डूबे है। विभागीय अधिकारियों के अनुसार योजना को करीब सत्तर लाख रुपये से भी ज्यादा का नुकसान हुआ है योजना से आपूर्ति सुचारु होने में करीब बीस दिन का समय लगने का अनुमान है।
रामगाढ़ जल विद्युत परियोजना से जाख,बुधलाकोट, चौरसा,कफूल्टा, बारगल,गरजोली,जजूला,ज्योग्याडी़ आदि गांवो के करीब साढे़ चार सौ उपभोक्ताओ विद्युत आपूर्ति की जाती है। बीते 18 अक्टूबर को आए जल प्रलय से योजना ठप हो गई। डैम टूट गया है। योजना की मशीन भी जलमग्न हो गई। योजना क्षतिग्रस्त होने से गांवो में अंधकार छा गया है। छह दिन से साढे़ चार सौ उपभोक्ताओं के घरो में अंधकार है। मोबाइल खिलौने बन गए हैं लोगों का एक दूसरे से संपर्क भंग हो चुका है ऐसे में परेशानी बढ़ गई है वहीं संबंधित विभाग के अवर अभियंता एसआर गौतम के अनुसार योजना प्रभावित हो चुकी है जिसे दुरुस्त करने में समय लगेगा। दावा किया है कि युद्ध स्तर पर कार्य कर जल्द आपूर्ति सुचारू की जाएगी।