◾ सरकार के आदेश से किसान हुए परेशान
◾ हल्दी व अदरक के बीज के इंतजार में निकल गया बुआई का समय
◾ किसानों में नाराजगी, पूर्व की भांति व्यवस्था बनाने की उठाई मांग
((( टीम तीखी नजर की रिपोर्ट)))
पहाड़ के कास्तकार पहले ही तमाम समस्याओं का सामना कर रहे हैं। अब सरकारी फरमान पहाड़ के धरतीपुत्रों पर भारी पड़ रहे हैं। हल्दी व अदरक के बीज के इंतजार में बुआई का सही समय निकल चुका है। सरकार के नुमाइंदे डायरेक्ट बेनिफिट ट्रांसफर प्रक्रिया (डीबीटी) के जरिए बीज खरीदने का ही राग अलाप रहे हैं। किसानों ने आरोप लगाया की हाड़तोड़ मेहनत कर खेत तैयार किए गए पर समय पर न तो सही जानकारी दी गई और न ही बीज ही उपलब्ध कराया जा सका। आदेश को हितों से खिलवाड़ करने वाला आदेश करार दिया है।
किसानों को प्रतिवर्ष उद्यान केंद्रों से हल्दी व अदरक का बीज उपलब्ध होता था। इस वर्ष भी किसानों ने हाड़तोड़ मेहनत कर अदरक व हल्दी की बुआई को खेत तैयार किए। कई चक्कर उद्यान केंद्रों में लगाने के बाद भी किसानों को बीज उपलब्ध नहीं हो सका। निराश किसानों ने बाजार को रुख किया और मंहगे दामों पर बीज खरीदने को मजबूर हो गए। दरअसल इस वर्ष सरकार की डायरेक्ट बेनिफिट ट्रांसफर प्रक्रिया ने पहाड़ के किसानों को मायूस कर दिया है। यह प्रक्रिया इस वर्ष पहली बार अपनाई गई है। पहले उद्यान विभाग बीज उपलब्ध करा किसानों से आधा पैसा लेता था और शेष धनराशि संबंधित फर्म को दी जाती थी पर इस बार किसानों को स्वीकृत फर्म से बीज खरीद कर विभाग को बिल प्रस्तुत करना है। डीबीटी के माध्यम से ही राज्य सहायता का भुगतान किया जाना है। जटिल प्रक्रिया के फेर में पहाड़ के कई किसान बुआई ही नहीं कर सके हैं। जिससे किसानों को नुकसान उठाना पड़ है। जिला उद्यान अधिकारी आरके सिंह के अनुसार डीपीटी के माध्यम से ही राज्य सहायता का भुगतान किया जाना है। यह प्रक्रिया पहली बार अपनाई गई है। किसानों को स्वीकृत फर्म से बीज खरीद कर बिल प्रस्तुत करना होगा ताकि भुगतान किया जा सके।
बेतालघाट व ताड़ीखेत ब्लॉक के किसानों में रोष
समय पर हल्दी व अदरक का बीज उपलब्ध न कराए जाने पर किसानों में गहरा रोष व्याप्त है। आरोप लगाया है कि पहले ही किसान आपदा, बेमौसम बारिश तथा जंगली जानवरों के आतंक से परेशान हैं और अब समय पर बीज उपलब्ध नहीं कराया जा सका न ही डीपीटी प्रक्रिया की जानकारी दी गई। ताड़ीखेत ब्लॉक के टूनाकोट गांव के सुनील मेहरा, सुंदर सिंह, देवेंद्र सिंह, पूरन सिंह, भीम सिंह, जैमल सिंह, बचे सिंह, खड़क सिंह, नारायण सिंह, मोहन सिंह, गोपाल सिंह तथा बेतालघाट ब्लॉक के शेखर दानी, विशन जंतवाल, कृपाल सिंह मेहरा, हीरा सिंह, वीरेंद्र सिंह, महेंद्र सिंह बिष्ट आदि ने संबंधित विभाग पर किसानों की उपेक्षा किए जाने का आरोप लगाया है।