🔳कहीं खेल मैदान के इंतजार में पथरा रही आंखें
🔳मिनी स्टेडियम में सुविधाओं के लिए तरस रहे खिलाड़ी
🔳अनदेखी का खामियाजा उठाने को मजबूर हुए नौनिहाल
((( टीम तीखी नजर की रिपोर्ट)))
खेल प्रतिभाओं को तराशने के दावे तो खूब किए जाते हैं पर धरातल में दावे खोखले साबित हो रहे हैं। बेतालघाट ब्लॉक के गांवों में जहां नौनिहाल एक अदद खेल मैदान तक को तरसे रहे हैं वहीं मिनी स्टेडियम में मूलभूत सुविधाएं तक बदहाल हो चुकी है। क्षेत्रवासियों ने लगातार अनदेखी किए जाने पर गहरी नाराजगी जताई है।
गांवों के नौनिहाल खेल जगत में देश प्रदेश के लिए मेडल जीतने के साथ ही सुनहरा भविष्य तैयार करने के लिए हाड़तोड़ मेहनत करते हैं पर खेलने के लिए मैदान न होने से निराशा का सामना करना पड़ता है। बेतालघाट ब्लॉक के खैरना, डोबा, मझेडा़, सिल्टोना, ब्यासी, हली, लोहाली समेत तमाम गांवों में एक अदद खेल मैदान तक की व्यवस्था नहीं है जबकि लोग लंबे समय से खेल मैदान की मांग उठाते रहे हैं। बावजूद सुनवाई नहीं हो रही वहीं बेतालघाट स्थित मिनी स्टेडियम में खिलाड़ियों को मूलभूत जरुरतों के लिए भी तरसना पड़ रहा है। सुलभ शौचालय की बदहाल स्थिति हालात बंया कर रही है। खिड़कियां दरवाजे तक क्षतिग्रस्त हो चुके हैं। मैदान की सुरक्षा दीवार तक क्षतिग्रस्त हो चुकी है बावजूद सुध नहीं ली जा रही। लगातार अनदेखी किए जाने से खिलाड़ियों समेत क्षेत्रवासियों में गहरी नाराजगी है। व्यापारी नेता बालम सिंह, शेखर दानी, दलीप सिंह नेगी, तारा भंडारी, महेंद्र कुमार, दलीप सिंह, बिशन सिंह जंतवाल आदि ने गांवों में खेल मैदान स्थापित करने तथा करोड़ों रुपये की लागत से तैयार मिनी स्टेडियम में व्यवस्थाएं चाक चौबंद करने की मांग उठाई है।