= अंग्रेजी प्रवक्ता का पद भी खाली गेस्ट टीचर संभाल रहे जिम्मा
= विद्यालय के पास अटल उत्कृष्ट विद्यालय का दर्जा
= प्रवक्ताओं की कमी से नौनिहालों के भविष्य पर लग रहा प्रश्न चिन्ह

(((आंकित सुयाल/मनीष कर्नाटक/हेमंत साह की रिपोर्ट)))

पर्वतीय क्षेत्रों में शिक्षा व्यवस्था चाक-चौबंद किए जाने के लाख दावे किए जाएं पर धरातल में दावे खोखले साबित हो रहे हैं नैनीताल अल्मोड़ा जनपद की सीमा पर जीआईसी भोजन में बीते 6 वर्षों से भौतिक विज्ञान के प्रवक्ता का पद खाली है रिक्त पड़े अंग्रेजी के प्रवक्ता की जिम्मेदारी भी गेस्ट टीचर के भरोसे हैं बमुश्किल काम चलाया जा रहा है क्षेत्र वासियों ने तत्काल विद्यालय में समुचित गुरुजनों की तैनाती की मांग उठाई है यह हालत तब है जब विद्यालय के पास अटल अटल उत्कृष्ट विद्यालय का दर्जा है
जीआइसी भुजान के पास कहने को तो अटल उत्कृष्ट विद्यालय का दर्जा है। पर विद्यालय में भौतिक विज्ञान के प्रवक्ता का पद करीब छह वर्षो से रिक्त है। अंग्रेजी के प्रवक्ता भी नहीं है। बमुश्किल गेस्ट टीचर के भरोसे अंग्रेजी पढ़ाई जा रही है। विद्यालय में आसपास के तमाम गांव के करीब 270 नौनिहाल अध्यनरत है। स्कूल खोलने के आदेश पर सत्तर फीसद नौनिहालों की उपस्थिति है। प्रवक्ताओं की कमी से नौनिहालों के भविष्य पर भी संकट मंडरा रहा है। हालांकि अन्य प्रवक्ताओं की मदद से पढ़ाई कराई जा रही है पर विषय विशेषज्ञ प्रवक्ता के ना होने से तमाम सवाल खड़े हो रहे हैं। क्षेत्रवासी भी कई बार प्रवक्ताओं की तैनाती की मांग उठा चुके हैं पर कोई सुनवाई नहीं हो रही। हालांकि अब विद्यालय में छठी तथा नवी कक्षा के लिए भी अंग्रेजी माध्यम से प्रवेश आरंभ कर दिए गए हैं।

अंग्रेजी व भौतिक विज्ञान के प्रवक्ताओं के पद रिक्त हैं। उच्च अधिकारियों को पत्राचार किया जा चुका है। प्रयास किया जा रहा है कि व्यवस्था सुचारू रहे। अंग्रेजी माध्यम से पढ़ाई को कक्षा छह तथा नवी कक्षा से प्रवेश भी शुरू कर दिए गए हैं।
पंकज साह, प्रधानाचार्य, जीआइसी, भुजान।