= महंगाई की आंच से गरीब की थाली से दूर हो रही सब्जी
= प्याज भी निकाल रहा आंसू
= फलों के दामों में भी भारी उछाल
(((अंकित सुयाल/कुबेर जीना/मनीष कर्नाटक/महेंद्र कनवाल की रिपोर्ट)))
पर्वतीय क्षेत्रों में सब्जियों व फलों के दाम आसमान छू रहे हैं। लगातार उछाल में आई कीमतों से सब्जी व फल आम आदमी की पहुंच से दूर होते जा रहे हैं। लहसुन का तड़का भारी पड़ रहा है। फलों की कीमत भी आसमान छू रहे हैं। सेब व अनार सौ रुपये किलो बिकने से आम आदमी की पहुंच से दूर हो चला है।
सब्जी की बढ़ती कीमतों से अब गरीबों के सामने बड़ा संकट पैदा हो गया है। पर्वतीय क्षेत्रों में सब्जियों की कीमत में लगातार उछाल आ गया है। गरमपानी खैरना मुख्य बाजार में ही सब्जियों के भाव में बेतहाशा बढ़ोतरी हो रही है। व्यापारियों की मानें तो बड़ी मंडियों से ही सब्जी महंगी उपलब्ध हो रही है महंगी सब्जियां बाजार न बिकने से नुकसान भी उठाना पड़ रहा है। लहसुन की कीमत सैकड़े पर जा पहुंची है जबकि आलू 18, प्याज व गोभी 40 रुपये तथा टमाटर 25 भिंडी ने 120 रुपये किग्रा का दाम छू लिया है। लौकी तथा कद्दू की कीमत में भी वृद्धि हो चुकी है। फल की कीमते भी आसमान छू रही है। सेब के दाम ही सौ रुपये किग्रा तक पहुंच चुके है। अनार भी 110 रुपये किलो के आसपास बिक रहा है। जबकि केला 40 रुपये दर्जन व किन्नू 50 रुपये किग्रा के भाव में उपलब्ध है। लगातार आसमान छू रही सब्जी व फलों के दामों उससे आम आदमी परेशान है।