= तुलसी ग्रामीण स्वास्थ्य कार्यक्रम योजना के तहत ग्रामीणों को मिलेगा लाभ
= ई संजीवनी डेस्क के जरिए विशेषज्ञ चिकित्सको से भी मिलेगा ईलाज
= अस्पताल में स्थापित होगी विशेष डेस्क
(((ब्यूरो चीफ विरेन्द्र बिष्ट/फिरोज अहमद/भीम बिष्ट/भरत बोहरा की रिपोर्ट)))
राष्ट्रीय स्वास्थ्य मिशन(एनएचएम) के तत्वाधान में विलेज वेस चैरिटेबल ट्रस्ट बेतालघाट ब्लॉक के सुदूर गांव के अंतिम छोर में खड़े व्यक्ति तक स्वास्थ्य सेवाओं का लाभ पहुंचाएगी। इसके लिए सभी तैयारियां पूरी कर ली गई हैं। खास बात यह है कि टेलीमेडिसन के जरिए ग्रामीणों को विशेषज्ञ चिकित्सकों से परामर्श तथा दवाइयों का लाभ मिल सकेगा। पहले चरण में ब्लॉक के सात अस्पतालों में बकायदा स्वास्थ्य कर्मियों की तैनाती भी कर दी गई है।
बेतालघाट के सुदूर गांवों के लोगों को भी अब बेहतर स्वास्थ्य सुविधा का लाभ मिल सकेगा। विलेज वेस चैरिटेबल ट्रस्ट राष्ट्रीय स्वास्थ्य मिशन कार्यक्रम के तहत गांव के लोगों को स्वास्थ्य सुविधा उपलब्ध कराएगी। इसके लिए ब्लॉक के सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र, प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र तथा अतिरिक्त प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्रों में ई संजीवनी डेस्क स्थापित होगी। सुदूर गांवों से अस्पताल पहुंचने वाले लोगों से डेस्क में मौजूद स्वास्थ्य कर्मी विशेषज्ञ चिकित्सक से टेली मेडिसन के जरिए संपर्क साधेगें। ग्रामीण अपनी परेशानी बताएंगे तथा विशेषज्ञ चिकित्सक बीमारी जानने के बाद दवाओं की जानकारी देंगे। विशेषज्ञ चिकित्सकों के साथ ही सामान्य बीमारी से ग्रसित मरीज भी बेहतर स्वास्थ्य सेवा का लाभ उठाएंगे। पहले चरण में विभिन्न गांवो के सात युवक-युवतियों को दिल्ली में विशेष प्रशिक्षण दें ब्लॉक के सात अस्पतालों में विशेष डेस्क स्थापित करने की तैयारी शुरु कर दी गई है। गरमपानी, सिमलखा, धनियाकोट, रिखोली, ऊंचाकोट, सूखा दनखोरी, कालाखेत क्षेत्र में बकायदा स्वास्थ्य कर्मियों की तैनाती कर दी गई है।
गांवों में भी पहुंचेंगे स्वास्थ्य कर्मी, लगाएंगे शिविर
सुदूर गांवों के बुजुर्ग, गर्भवती तथा विशेष बीमारी से ग्रसित लोगों को अस्पताल ना आना पड़े इसके लिए गांवों में भी शिविर लगेगा। मोबाइल हेल्थ सेवा के जरिए विशेष प्रशिक्षण ले चुके स्वास्थ्य कर्मी गांवों में पहुंच लोगो के बीपी, शुगर, हिमोग्लोबिन, पल्स ऑक्सीमीटर, थर्मामीटर आदि से स्वास्थ्य की जांच करेंगे वहीं ई संजीवनी टेलीमेडिसन के जरिए विशेषज्ञ चिकित्सकों से भी मरीजों का संवाद स्थापित करेंगे।
योजना से सुदूर गांवों से लोगों को बेहतर स्वास्थ्य सुविधा का लाभ मिल सकेगा। टेलीमेडिसिन के जरिए जहां विशेषज्ञ चिकित्सकों का लाभ मिलेगा वही मोबाइल हेल्थ सेवा के जरिए गांव में ही लोगों को स्वास्थ्य सेवाएं मिल सकेंगी। पहले चरण में पांच युवतियों व दो युवकों को विशेष प्रशिक्षण दे तैनाती की जा चुकी है।
नेहा महल, सीनियर प्रोग्राम मैनेजर, विलेज वेस चैरिटेबल ट्रस्ट।