= अज्ञात वाहन की टक्कर से क्षतिग्रस्त हालत में है
= क्षेत्रवासियों के साथ ही आवाजाही करने वाले यात्रियों को भी मिलता था लाभ
(((कुबेर सिंह जीना की रिपोर्ट)))
एक और पर्वतीय क्षेत्रों में लोग बूंदबूंद पानी को तरस रहे हैं वहीं खीनापानी क्षेत्र में लगा हैंडपंप पिछले दो वर्षों से क्षतिग्रस्त पड़ा है। बावजूद कोई सुध लेवा नहीं है। क्षेत्रवासियों ने तत्काल हैंडपंप को दुरुस्त किए जाने की मांग उठाई है।
खीनापानी क्षेत्र में लोगों को पेयजल व्यवस्था के लिए वर्ष 2019 में राष्ट्रीय राजमार्ग के समीप हैंडपंप स्थापित किया गया। शुरुआत में लोगों को लाभ मिला वही राजमार्ग पर आवाजाही करने वाले पर्यटक भी हैंडपंप से लाभान्वित हुए लोगों को शीतल जल उपलब्ध होता रहा पर कुछ समय बाद अज्ञात वाहन ने हैंडपंप को टक्कर मार क्षतिग्रस्त कर दिया जिससे पेयजल आपूर्ति ठप हो गई। तब से ही हैंडपंप बदल हालत में पड़ा है। स्थानीय ग्रामीणों ने कई बार हैंडपंपों को दुरुस्त दुरुस्त करने की मांग उठाई पर कोई सुनवाई नहीं हुई। संबंधित विभाग ने पलटकर तक नहीं देखा। जिस कारण हैंडपंप आज भी क्षतिग्रस्त हालत में है लोगों को सुविधा का लाभ नहीं मिल रहा। क्षेत्रवासियों ने तत्काल हैंडपंप दुरुस्त किए जाने की मांग उठाई है ताकि क्षेत्रवासियों के साथ ही आवाजाही करने वाले यात्रियों को भी इसका लाभ मिल सके।