◾ छह गौवंशीय पशुओं पर कोसी नदी क्षेत्र में किया हमला
◾ गुलदार की धमक बढ़ने से ग्रामीण खौफजदा
◾ वन विभाग को सूचना भेज पशुपालकों को मुआवजा देने की मांग
◾ पिंजरा लगाने पर भी दिया जोर

((( टीम तीखी नजर की रिपोर्ट)))

अल्मोड़ा हल्द्वानी हाइवे से सटे गांवों में गुलदार की धमक तेज हो गई है। कोसी नदी क्षेत्र में पानी पीने पहुंचे छह मवेशियों पर गुलदार ने हमला कर तीन को मौत के घाट उतार दिया। तीन गंभीर रूप से घायल हो गए। तीनों पशुओं की हालत नाजुक बनी हुई है। ग्रामीणों ने पिंजरा लगाकर गुलदार के आतंक से निजात दिलाने तथा पशुपालकों को मुआवजा दिए जाने की मांग उठाई है।
गांवो में खेती-बाड़ी चौपट होने के बाद अब पशुपालन पर भी संकट बढ़ गया है। गुलदार आए दिन मवेशियों को निवाला बना रहा है जिससे पशुपालकों को काफी नुकसान उठाना पड़ रहा है। बीते शनिवार शाम हाईवे से सटे ताड़ीखेत ब्लाक के ज्याडी़ गांव के महेश नैनवाल, भवान सिंह तथा दीप चंद्र नैनवाल के गोवंशीय पशु पानी पीने छडा़ क्षेत्र के समीप कोसी नदी पर पहुंचे कि तभी घात लगाए गुलदार ने पशुओं पर हमला बोल दिया। गुलदार ने तीन गोवंशीय पशुओं को मौत के घाट उतार दिया जबकि तीन गंभीर रूप से घायल हो गए। हो हल्ला होने पर गुलदार बमुश्किल भागा। मौके पर पहुंचे पशुपालकों ने घायल पशुओं को बामुश्किल गांव तक पहुंचाया। तीनो पशुओं की हालत नाजुक बनी हुई है। रमेश नैनवाल, दीप चंद्र, महेश, भुवन सिंह, शंकर, हरीश, रवि, इंदर, कविता देवी, चंपा देवी, देवकी देवी, सरिता देवी ने वन विभाग को घटना की सूचना भेज बताया है कि गुलदार की आवाजाही तेज होने से स्कूली बच्चों को भी विद्यालय भेजने में डर सताने लगा है‌ ग्रामीणों ने पशुपालकों को मुआवजा देने के साथ ही पिंजरा लगाकर गुलदार के आतंक से निजात दिलाए जाने की मांग उठाई है।