= प्रवासियों के हाथ नहीं रहेंगे खाली
= संगध पौधा केंद्र की योजनाएं बनेगी रोजगार का जरिया
(((पंकज भट्ट/विरेन्द्र बिष्ट/पंकज नेगी की रिपोर्ट)))
प्रवासियों को रोजगार उपलब्ध कराने के लिए सगंध पौधा केंद्र सेलाकुई(देहरादून) ने कवायद तेज कर दी है। बकायदा प्रवासियों को रोजगार उपलब्ध कराने के लिए खाका भी खींच लिया गया है। प्रदेश के सभी ब्लॉक मुख्यालयों को पत्राचार भी शुरु किया जा चुका है।
प्रवासियों व ग्रामीणों को रोजगार मुहैया कराने के लिए सगंध पौधा केंद्र सेलाकुई (देहरादून) ने तैयारी तेज कर दी है। विभागीय अधिकारियों के अनुसार प्रवासियों को तेजपात, गुलाब के फूल व लेमन ग्रास की खेती से जोड़ा जाएगा जो आए का बेहतर साधन बनेगा। बकायदा प्रवासियों को इसके लिए विशेष प्रशिक्षण भी दिया जाएगा। लेमन ग्रास व तेजपात तथा गुलाब की खेती के लिए पौधे भी विभाग ही उपलब्ध कराएगा बशर्ते प्रवासियों व ग्रामीणों को ब्लॉक स्तर से प्रस्ताव संबंधित विभाग को भेजने होंगे।
गुलाब की खेती कई मायने में होगी फायदेमंद
योजना शुरु करने को विभाग किसानो को सब्सिडी भी देगा। वहीं गुलाब के पौध तथा फूल आने पर गुलाब का तेल निकालने वाली मशीन भी निशुल्क उपलब्ध कराई जाऐगी। प्रशिक्षण के साथ ही विपणन की सुविधा भी दी जाऐगी। गुलाब की खेती कई मायनो में फायदेमंद भी है। जंगली जानवर गुलाब को नुकसान नही पहुंचाते।
लेमन ग्रास बढ़ाऐगी आय
लेमन ग्रास किसान की आय बढ़ाने का बेहतर साधन होने के साथ-साथ कृषि भूमि के भू कटाव को भी रोकती है। इसकी जड़ें कृषि भूमि को मजबूती से जकड़ लेती है। लेमन ग्रास से जहां तेल उपलब्ध होता है वहीं इसको चाय के रुप में भी इस्तेमाल किया जाता है तथा सौंदर्य प्रसाधन,ईत्र व साबुन बनाने में भी इसका इस्तेमाल कर किसान आय बढ़ाई जा सकती हैं।
तेजपत्ता भी होगा फायदेमंद
तेजपत्ते का इस्तेमाल ज्यादातर पकवानों में किया जाता है। मसाले के तौर पर इस्तेमाल होने वाली इन पत्तियों में कई औषधीय गुण पाए जाते हैं। इनसे तेल भी निकाला जाता है। तेजपत्ते में भरपूर मात्रा में एंटी-ऑक्सीडेंट पाया जाता है।इसके अलावा इन पत्तियों में कई तरह के प्रमुख लवण जैसे कॉपर, पोटैशियम, कैल्शियम, गैगनीज व आयरन पाया जाता है। तेजपत्ता खाने का स्वाद और खुशबू बढ़ाने के साथ ही एक बेहद फायदेमंद मसाला भी है।