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= मनरेगा योजना से एक लाख रुपये खर्च कर हुआ था निर्माण
= ग्रामीणों ने उठाई जांच की मांग
(((सुनील मेहरा की रिपोर्ट)))

मानसून की शुरुआत में ही गांवों में सरकारी निर्माण कार्यों की गुणवत्ता की कलई भी खुल गई है। ताडी़खेत ब्लॉक के म्यू मटेला गांव में मनरेगा योजना से बनी दीवार भरभरा कर ढह गई। ग्रामीणों ने मामले की जांच की मांग उठाई।
म्यू मटेला गांव के ग्रामीणों ने गांव में हो रहे गुणवत्ता विहीन कार्यों पर सवाल उठाए हैं। स्थानीय नरेंद्र सिंह ने आरोप लगाया है कि बगवान क्षेत्र से म्यूं मटेला गांव को जाने वाले रास्ते पर कुछ माह पूर्व की मनरेगा योजना से एक लाख रुपये की सरकारी धनराशि खर्च कर पैदल रास्ते पर सुरक्षा दीवार बनाई गई। पर गुणवत्ता ठीक ना होने से दीवार बारिश में ढह गई है। जिससे ग्रामीणों को आवाजाही में दिक्कतों का सामना करना पड़ रहा है। ग्रामीणों ने गुणवत्ता विहीन कार्यों कार्य किए जाने से इसे सरकारी धन की बर्बादी भी करार दिया है। स्थानीय रतन सिंह, टीका सिंह, कैलाश बिलवाल, खुशाल सिंह, गोपाल सिंह, बचे सिंह आदि तमाम ग्रामीणों ने मामले की निष्पक्ष जांच की मांग उठाई है। साथ ही ग्राम पंचायत में अन्य निर्माण कार्यों की गुणवत्ता पर सवाल उठाए हैं। साफ कहा कि गुणवत्ता के अभाव में ही सुरक्षा दीवार ध्वस्त हो गई है। एक स्वर में कहा कि गुणवत्ताविहीन कार्य कतई स्वीकार नहीं किए जाएंगे।