🔳 चाय विकास बोर्ड ने चिह्नित की जमीन
🔳 प्रस्ताव तैयार कर उच्चाधिकारियों को भेजा
🔳 पचास हेक्टेयर क्षेत्रफल में वर्तमान में स्थापित है नर्सरियां
🔳 दस से ज्यादा ग्राम पंचायतों में संचालित है बागान
🔳 तय लक्ष्य के अनुसार नर्सरियां स्थापित होते ही अस्तित्व में आएगी टी फैक्ट्री
{{{{ टीम तीखी नजर की रिपोर्ट}}}}

कोसी घाटी स्थित बेतालघाट क्षेत्र में चाय फैक्ट्री स्थापित किए जाने की उम्मीदों को पंख लगने लगे हैं। मानक के अनुसार उत्पादन के नजदीक पहुंचने से चाय विकास बोर्ड ने फैक्ट्री स्थापित किए जाने को जमीन भी चिह्नित कर ली है। करीब तीन एकड़ भूभाग वाली जमीन का प्रस्ताव भी उच्चाधिकारियों को भेजा जा चुका है। चाय विकास बोर्ड श्यामखेत( घोड़ाखाल ) के प्रबंधक नवीन चंद्र पांडे के अनुसार बेतालघाट में चाय फैक्ट्री लगने की उम्मीद काफी बढ़ गई है।
कोसी घाटी अब चाय उत्पादन के क्षेत्र में भी पहचान बनाने लगी है। बेतालघाट ब्लॉक के पाडली, घूना व डोलकोट क्षेत्र में पचास हेक्टेयर से अधिक क्षेत्रफल क्षेत्र में चाय नर्सरियां स्थापित हो चुकी है जबकी दस ग्राम पंचायतों में चाय के बागान भी संचालित किए जा रहे हैं। चाय उत्पादन के लिए कोसी घाटी के गांवों की मिट्टी उपयुक्त होने से जल्द अन्य क्षेत्रों में भी नर्सरियां व बागान स्थापित किए जाने को चाय विकास बोर्ड गंभीरता से कदम बढ़ा रहा है। चाय की नर्सरियां व बागानों से अब बेतालघाट में चाय फैक्ट्री के अस्तित्व में आने की उम्मीद भी बढ़ गई है। संबंधित विभाग ने भी दो कदम आगे बढ़ाते हुए बेतालघाट क्षेत्र में चाय फैक्ट्री के लिए जमीन चिह्नित कर प्रस्ताव उच्चाधिकारियों को भेज दिया है। फैक्ट्री स्थापित होने से जहां स्थानीय लोगों को रोजगार उपलब्ध हो सकेगा वहीं पर्यटन गतिविधियों को भी गति मिलेगी। वर्तमान में भी बेतालघाट के साथ ही रामगढ़ व धारी ब्लॉक के गांवों में दस हेक्टेयर क्षेत्रफल में नर्सरियां स्थापित करने का लक्ष्य रखा गया है। लक्ष्य के सापेक्ष चाय विकास बोर्ड ने पांच हेक्टेयर क्षेत्रफल में नर्सरियां तैयार भी कर दी है। तेजी से स्थापित हो रही नर्सरियों व बागानों से जनपद की दूसरी टी फैक्ट्री के अस्तित्व में आने की उम्मीदों को भी पंख लगने लगे हैं। श्यामखेत (घोड़ाखाल) चाय फैक्ट्री के प्रबंधक नवीन चंद्र पांडे के अनुसार बेतालघाट में चाय फैक्ट्री स्थापित किए जाने को गंभीरता से कार्य किया जा रहा है। पचास हेक्टेयर से ज्यादा क्षेत्रफल में नर्सरियां स्थापित होने के बाद अब मानक के अनुसार लगभग पचास हेक्टेयर क्षेत्रफल में भी नर्सरी स्थापित होते ही बेतालघाट क्षेत्र में टी फैक्ट्री स्थापित हो जाएगी।