= खेती-बाड़ी के बाद पशुपालन पर गहराया संकट
= ग्रामीणों ने उठाई गांव में शिविर लगा जांच की मांग
(((ब्यूरो चीफ विरेन्द्र बिष्ट/फिरोज अहमद/सुनील मेहरा/भीम बिष्ट की रिपोर्ट)))
रानीखेत खैरना स्टेट हाईवे पर स्थित बजोल तथा बमस्यू क्षेत्र में बकरियां विचित्र बीमारी से दम तोड़ रही है। पशुपालकों को खासा नुकसान उठाना पड़ रहा है। पशुपालकों ने गांव में शिविर लगाए जाने की मांग उठाई है। पशु चिकित्सा अधिकारी ने दवा वितरित करने के साथ ही जल्द निरीक्षण का दावा किया है।
बेतालघाट ब्लॉक के बसगांव, सोनगांव, सिमलखा का आदि गांवों में बीते दिनों पोकनी रोग से ग्रस्त बकरियों के दम तोड़ने के बाद अब रानीखेत खैरना स्टेट हाईवे पर बजोल तथा बमस्यू क्षेत्र के पशुपालकों की बकरियां विचित्र बीमारी की चपेट में आ गई है। ग्रामीणों के अनुसार बकरियां चारा नहीं खा रही जबकि पेट फूलता जा रहा है ऐसे में करीब दस से ज्यादा बकरियों ने दम तोड़ दिया है। स्थानीय दीपक सिंह, दान सिंह, तेज सिंह, चंदन सिंह, गोविंद सिंह, राजेंद्र सिंह, चंदन सिंह, गोपाल सिंह, इंदर सिंह, वीरेंद्र सिंह, नर सिंह, देव सिंह, गौतम सिंह आदि पशुपालकों के अनुसार बकरियों में बीमारी से दम तोड़ने से आर्थिक नुकसान उठाना पड़ रहा है। खेती-बाड़ी के बाद अब पशुपालन पर भी संकट गहरा गया है। इधर पशु चिकित्सा अधिकारी डा. ममता यादव के अनुसार जल्द ही गांवों में दवा वितरित की जाएगी वही दावा किया है कि आवश्यकता पड़ने पर शिविर भी लगाया जाएगा। जल्द निरीक्षण की बात कही है।