◾ गांवों में बंदरों के आंतक से ग्रामीण खौफजदा
◾ बाहरी क्षेत्रों से बंदर लाकर गांवों में छोड़ने का आरोप
◾ ग्रामीणों ने उठाई आंतक से निजात दिलाए जाने की मांग

((( टीम तीखी नजर की रिपोर्ट)))

बाजार क्षेत्र के साथ ही अब गांवों में भी कटखने बंदरों का आंतक बढ़ गया है। बाहर से लाकर छोड़ें गए बंदर काटने दौड़ रहे हैं। धारी गांव के समीप कटखना बंदर आठ वर्षीय बालिका पर झपट गया। ग्रामीणों ने हो हल्ला कर बामुश्किल बालिका को बचाया। क्षेत्रवासियों ने कटखने बंदरो के आंतक से निजात दिलाए जाने की मांग उठाई है।
कटखने बंदर आंतक का पर्याय बन चुके हैं। पहले घर व दुकानों से सामान लेकर भागने वाले बंदर अब भगाने पर काटने दौड़ रहे हैं। बंदरों का आंतक बढ़ने से गांवों के लोग दहशतज़दा है। बुधवार को बेतालघाट ब्लाक के धारी गांव के समीप भूमियापानी गांव में घर के आंगन में खेल रही आठ वर्षीय बालिका पर बंदर झपट गया। बालिका की चीख पुकार सुन घर के लोग उसे बचाने दौड़ें। हो हल्ला करने के बाद बामुश्किल बालिका को कटखने बंदर के चंगुल से बचाया। बंदर ने बालिका के हाथ में काट डाला। स्थानीय स्वास्थ्य केंद्र में बालिका का उपचार किया गया। ग्रामीणों के अनुसार कटखने बंदरों का आंतक एकाएक बढ़ गया है। आरोप लगाया है की बाहर से लाकर बंदरों को गांवो में छोडा़ जा रहा है। ग्रामीणों ने बंदरों के आंतक से निजात दिलाने की मांग वन विभाग से की है।