🔳कोसी घाटी के बाजार में लहसुन समेत फल सब्जियां हुई मंहगी
🔳कीमतों में उछाल के बाद लोगों ने बनाई लहसुन से दूरी
🔳होटल व्यवसायियों के लिए भी खड़ी हुई मुश्किलें

((( टीम तीखी नजर की रिपोर्ट)))

कोसी घाटी के बाजारों में लहसुन की कीमत में भारी उछाल आ गया है‌। 480 रुपये किलो की कीमत पर बिक रहे लहसुन से जहां लोग दूरी बना रहे हैं वहीं होटल व्यवसाय से जुड़े लोगों के लिए भी परेशानी खड़ी हो गई है। लहसुन उत्पादन वाले क्षेत्रों में उपज खराब होने को कीमतों के बढ़ने का सबसे बडा़ कारण माना जा रहा है। फल व सब्जियों के दामों में भी बढ़ोतरी हो चुकी है।
पहाड़ में सब्जी व फलों की कीमत लगातार बढ़ रही है। समय पर बारिश न होने से कई सब्जियों की उपज बाजार तक नहीं पहुंच रही है ऐसे में बड़ी मंडियों से सब्जियां कोसी घाटी पहुंच रही जिस कारण दाम बढ़ चुके हैं। लगातार कीमत बढ़ने के साथ ही अब लहसुन भी आम आदमी की पहुंच से दूर होता जा रहा है।

गरमपानी, खैरना व आसपास के बाजार में लहसुन की कीमतें आसमान पहुंच गई है। अमूमन दो सौ रुपये तक बिकने वाला लहसुन वर्तमान में 480 रुपये किलो तक पहुंच चुका है। कीमत बढ़ने से अल्मोड़ा हल्द्वानी हाइवे पर होटल व्यवसाय से जुड़े व्यापारियों के लिए भी परेशानी खड़ी हो गई है। होटल कारोबारी लहसुन का तड़का तो लगा रहे हैं पर ग्राहको को उपलब्ध कराई जाने वाली सामग्री में कीमत नहीं बडा़ पा रहे जिस कारण नुकसान उठाना पड़ रहा है। खैरना के सब्जी कारोबारी दुर्गा सिंह के अनुसार बड़ी मंडियों से ही दाम बढ़ गए हैं। होटल व्यवसाय से जुड़े शिवराज सिंह के अनुसार भोजन सामग्री तैयार करने में काफी लगात लग रही है जबकि बिक्री पर लागत भी वसूल नहीं हो रही। लगातार नुकसान उठाना पड़ रहा है। शिमला मिर्च 50 से 80 रुपये किलो पर जा पहुंची है जबकि मटर 30 से 60, टमाटर 30 से पचास रुपये तक पहुंच गया है। फल की कीमतें भी बढ़ गई है सेब 150 से 180 तथा अनार भी 180 रुपये किलो बिक रहा है।