🔳अधिकारियों की अनदेखी से सरकार की योजना ने तोड़ा दम
🔳केंद्रों में लगा कूड़े का ढेर निस्तारण को तरसा
🔳ग्रामीणों ने लगाया लगातार उपेक्षा किए जाने का आरोप
🔳जिला पंचायत सदस्य ने कूड़ा वाहन उपलब्ध कराने के बावजूद निस्तारण न होने पर जताई नाराजगी
((( टीम तीखी नजर की रिपोर्ट)))
गांवो के लिए केंद्र व राज्य सरकार योजनाएं तो खूब बना रही हैं पर विभागीय अनदेखी से गांवों में योजनाओं का दम फूल जा रहा है। स्वच्छ भारत अभियान के तहत गांवों में बने कूड़ा संग्रहण केन्द्रों से कूड़ा निस्तारण न होने से गंदगी का अंबार लग चुका है। कूड़ा संग्रहण केन्द्रों में भरा कूड़ा अधिकारियों की कार्यप्रणाली की पोल खोल रहा है। ग्रामीणों ने लगातार की जा रही उपेक्षा पर रोष जताया है।
स्वच्छ भारत अभियान के तहत गांवों को साफ सुथरा बनाए रखने को स्वच्छ भारत अभियान के तहत गांवों में कूड़ा निस्तारण को विशेष योजना चलाई गई। ग्रामीणों ने भी योजना को मूर्त रुप देने को बढ़-चढ़कर भागीदारी की। लाखों रुपये के बजट से ग्रामीणों को कूड़ा एकत्र करने को कूड़े दान वितरित किए गए। वहीं सार्वजनिक स्थानों पर कूड़ा संग्रहण केन्द्र स्थापित किए गए। कूड़ा वाहन के जरिए संग्रहण केन्द्र से कूड़ा निस्तारण की व्यवस्था भी बनाई गई। गांवों को साफ सुथरा बनाए रखने की योजना को अभी पंख लगने शुरु ही हो सके थे की जिम्मेदार अधिकारियों की अनदेखी से योजना परवान नहीं चढ़ सकी। भुजान – रिची बिल्लेख मोटर मार्ग पर स्थित टूनाकोट, तिपोला, बग्वान, विशालकोट, मंडलकोट, नौघर, नावली, मनारी, लछिना समेत तमाम गांवों में योजना दम तोड़ चुकी है। संग्रहण केंद्रों में इकठ्ठा कूड़ा विभागीय लापरवाही की हकीकत बयां कर रहे हैं। ग्रामीणों ने उपेक्षा पर रोष जताया है। दिनेश बिष्ट, हरीश बिष्ट, खुशहाल बिष्ट, सुरेन्द्र सिंह, रंजीत सिंह, आंनद सिंह, राम सिंह, पान सिंह, देवेंद्र, मोहन, गोधन सिंह, कुंदन सिंह, किसन सिंह, पूरन सिंह आदि ग्रामीणों ने आरोप लगाया की योजना मजाक बना दी गई है। कई बार व्यवस्था में सुधार को आवाज उठाए जाने के बावजूद कोई सुनवाई नहीं हो रही। जिला पंचायत सदस्य सुरेश सिंह फर्त्याल के अनुसार जिला पंचायत ने ब्लॉक मुख्यालय को कूड़ा वाहन भी उपलब्ध कराया है बावजूद व्यवस्था से खिलवाड़ किया जा रहा है। दो टूक चेतावनी दी की यदि जल्द व्यवस्था दुरुस्त नहीं की गई तो ग्रामीणों को साथ लेकर आंदोलन का बिगुल फूंक दिया जाएगा।