= आसपास की करीब डेढ़ सौ महिलाओं ने कराया रजिस्ट्रेशन
= अन्य गांवों में भी शुरू किए जाएंगे निशुल्क सिलाई प्रशिक्षण केंद्र
(((सुनील मेहरा/अंकित सुयाल/कुबेर सिंह जीना की रिपोर्ट)))
ग्रामीण महिलाओं को आत्मनिर्भर बनाने के उद्देश्य से नशा हटाओ पलायन रोको समिति ने गांवों में सिलाई प्रशिक्षण केंद्र खोलने की ओर तेजी से कदम बढ़ाए बढ़ा दिए है। कई केंद्रों के शुरु होने के बाद अब अन्य गांवों में केंद्र खोले जाने की तैयार कर ली गई है।
रानीखेत खैरना स्टेट हाईवे से सटे बगवान गांव की महिलाओं को आत्मनिर्भर बनाने के उद्देश्य से नशा हटाओ पलायन रोको समिति संयोजक डा. प्रमोद नैनवाल ने सिलाई केंद्र का शुभारंभ किया। समिति संयोजक डा. प्रमोद नैनवाल ने कहा कि गांव में प्रशिक्षण केंद्र खुलने से गांव की महिलाएं सिलाई सीख खुद का रोजगार कर सकेंगी। गांव की करीब डेढ़ सौ से ज्यादा महिलाओं ने निशुल्क सिलाई सीखने के लिए रजिस्ट्रेशन कराया। समिति संयोजक डा. प्रमोद नैनवाल के अनुसार आसपास के कोठियां, चमड़खान, टाना,बिल्लेख आदि गांवों में भी सेंटर खोलने का प्रयास तेज कर दिया गया है जबकि टूनाकोट, तिपोला, भतरौजखान, बयेडी़ आदि गांवों में प्रशिक्षण केंद्र शुरू हो चुके हैं। इस दौरान पूजा देवी, गंगा देवी, काजल, नीमा फर्त्याल, ममता देवी, खीमा देवी, भावना देवी, सीमा फर्त्याल, भारती देवी, रोशनी फर्त्याल, नीरु फर्त्याल आदि मौजूद रहे।