= लकड़ी तस्करी के मामले सामने आने के बाद उठाया कदम
= विभिन्न टीमें गठित कर बढ़ाई गई निगरानी
= ग्रामीणों ने भी उठाई कार्रवाई की मांग
(((कुबेर सिंह जीना/मनीष कर्नाटक/राजू लटवाल की रिपोर्ट)))
बेतालघाट ब्लॉक के थुआ के जंगल में लगातार लकड़ी तस्करी के मामले
सामने आने के बाद आखिरकार वन विभाग ने शिकंजा कसना शुरू कर दिया है। विभिन्न में टीमें गठित कर कांबिंग शुरू की गई है। वन क्षेत्राधिकारी के अनुसार तस्करी में लिप्त लोगों को कतई बख्शा नहीं जाएगा इसके लिए विभिन्न टीमें बनाकर दबिश देनी शुरू कर दी गई।
बीते दिनों थुवा के जंगल में लकड़ी तस्करी के मामले सामने आने के बाद अब वन विभाग ने मामले को गंभीरता से लें निगरानी बढ़ा दी है दस सदस्ययी अलग-अलग टीमें गठित कर कांबिंग भी शुरू कर दी गई है। ताड़ीखेत गांव से सटे थुआ के जंगल से सटे अन्य जंगलो में भी कांबिंग के निर्देश भी दिए गए हैं वन क्षेत्राधिकारी मुकुल शर्मा के अनुसार लगातार निगरानी बढ़ा दी गई है। कुछ लोगो को रडार पर भी लिया गया है। रेंजर के अनुसार लकड़ी तस्करी में लिप्त लोगों को कतई बख्शा नहीं जाएगा। वही जंगल में हो रहे कटान पर अंकुश लगाने के लिए ठोस कार्रवाई की जाएगी। इधर लगातार बढ़ रहे जंगल कटान से ग्रामीणों में भी गहरा रोष व्याप्त है लोगों ने तत्काल लकड़ी कटान पर रोक लगाए जाने की मांग उठाई है। चेतावनी भी दी है कि यदि तत्काल कटान पर रोक नहीं लगी तो फिर आंदोलन का बिगुल फूंक दिया जाएगा।