= रतोड़ा गांव की कृषि भूमि, मोटर मार्ग की सुरक्षा को बनाए गए थे बाढ़ सुरक्षा कार्य
= ग्रामीणों ने उठाई गुणवत्तायुक्त बाढ़ सुरक्षात्मक कार्य कराए जाने की मांग
(((शेखर दानी/अंकित सुयाल की रिपोर्ट)))
बेतालघाट ब्लॉक के शहीद बलवंत सिंह भुजान वर्धो मोटर मार्ग तो बदहाली का दंश झेल ही रहा है वहीं मार्ग को बचाने तथा रतोड़ा गांव की कृषि भूमि को बचाने के लिए बनाए गए बाढ़ सुरक्षात्मक कार्य भी खुद की सुरक्षा को तरस गए हैं। आलम यह है कि बाढ़ सुरक्षा के कार्य कोसी नदी में ही डूबते जा रहे हैं।
शहीद बलवंत सिंह भुजान वर्धो मोटर मार्ग तथा मोटर मार्ग से सटे रतोडा़ की कृषि भूमि को बचाने के लिए कुछ वर्ष पूर्व करोड़ों रुपयों की लागत से बाढ़ सुरक्षा के कार्य किए गए। सरकारी धन खर्च कर बनाए गए बाढ़ सुरक्षा कार्य नदी का वेग ही सहन नहीं कर सके। गुणवत्ता विहीन कार्यों के चलते बाढ़ सुरक्षा कार्य खुद की सुरक्षा को तरस गए हैं। मोटर मार्ग तो खुद ही बदहाली का दंश झेल ही रहा है वही मोटर मार्ग बचाने के लिए करोड़ों खर्च कर नदी क्षेत्र कोसी नदी क्षेत्र में बनाए गए सुरक्षा कार्य भी खस्ताहाल हो चुके हैं। रतोड़ा गांव की कृषि भूमि भी खतरे की जद में है। ग्रामीण बताते हैं कि करोड़ों रुपया खर्च कर बाढ़ सुरक्षा के कार्य तो करवा दिए गए पर कुछ ही समय में बाढ़ सुरक्षा के कार्य धराशाई होते चले गए हैं। जिससे मोटर मार्ग व गांव की कृषि भूमि पर खतरा मंडराने लगा है। ग्रामीणों ने अंदेशा जताया है कि यदि वर्ष 2010 की तरह कोसी नदी का वेग बढ़ा तो बड़ा नुकसान होने की संभावना है। स्थानीय लोगों ने गुणवत्ता युक्त बाढ़ सुरक्षा के उपाय किए जाने की मांग उठाई है।