= विभाग की बड़ी लापरवाही आई सामने
= ग्रामीणों ने जल्द मुआवजा दिए जाने की उठाई मांग
= उपेक्षा पर दी आंदोलन की चेतावनी
(((पंकज नेगी/हरीश चंद्र/ पंकज भट्ट की रिपोर्ट)))
पंद्रह बरस इंतजार के बाद भी किसानों को सड़क कटान की जद में आई कृषि भूमि का मुआवजा नहीं मिल सका है। मुआवजा न मिलने से काश्तकारों का पारा चढ़ गया है। जल्द मुआवजा दिए जाने की मांग उठाई है। दो टूक कहा है कि यदि जल्द मुआवजा वितरित नहीं किया गया तो आंदोलन की रणनीति तैयार की जाएगी।
दरअसल पाली – सूखा मोटर मार्ग के निर्माण में राजस्व गांव मल्ली पाली की सर्वाधिक कृषि भूमि को नुकसान हुआ। लोक निर्माण विभाग ने टगयूडा़ गांव तक कृषि भूमि का मुआवजा वितरित कर दिया पर मल्ली पाली के के किसानो की जद में आई कृषि भूमि का मुआवजा नहीं बांटा जा सका। किसान इंतजार करते रहे पर इंतजार में पंद्रह बरस बीत गए। आज तक किसानों को मुआवजा ही नहीं मिल सका है। आरोप है कि कई बार संबंधित विभाग से मुआवजा दिए जाने की मांग उठाई जा चुकी है पर कोई सुनवाई नहीं हो रही। स्थानीय भूपाल फुलारा, अंबा दत्त, मोहनचंद, विमला देवी, गणेश दत्त, पितांबर जोशी आदि ने जल्द मुआवजा दिए जाने की मांग की दो टूक चेतावनी दी है कि यदि उपेक्षा की गई तो फिर ग्रामीणों को साथ लेकर आंदोलन का बिगुल फूंक दिया जाएगा।