🔳 लोहे की सरिया कर रही बड़ी घटना की ओर इशारा
🔳 सुरक्षा के इंतजार न होने से खतरनाक हुई आवाजाही
🔳 दो वर्ष पूर्व क्वारब क्षेत्र की घटना से भी सुध नहीं ले रहा एनएच प्रशासन
🔳 वाहन चालक के शरीर के आर-पार हो गई थी सरिया
🔳 ऋषिकेश स्थित एम्स में ऑपरेशन के बाद सरिया निकाली जा सकी थी बाहर
[[[[[[[[[ टीम तीखी नजर की रिपोर्ट ]]]]]]]]]]]
अल्मोड़ा हल्द्वानी हाईवे पर दो वर्ष पूर्व क्वारब क्षेत्र में हुए हादसे की पुनरावृत्ति की तैयारी कर ली गई है। कैंची व रातीघाट क्षेत्र में निर्माण कार्य की सरिया खुली छोड़ बड़ी घटना का न्योता दिया जा रहा है बावजूद जिम्मेदार सुध नहीं ले रहे। दो वर्ष पूर्व क्वारब क्षेत्र में ऐसे ही छोड़ी गई सरिया एक वाहन चालक के शरीर के आर पार हो गई थी। ऋषिकेश एम्स में ऑपरेशन के बाद सरिया चालक के शरीर से बाहर निकाली जा सकी थी।
कुमाऊं की लाइफ लाइन पर जगह जगह अधूरे छोड़े गए कार्य बड़े खतरे की ओर इशारा कर रहे हैं। हाईवे पर वाहनों की संख्या में भारी इजाफा हो जाने से खतरा कई गुना बढ़ गया है। अधूरे छोड़े गए कार्यों के आसपास सुरक्षा के कोई इंतजाम न होने से वाहनों के दुर्घटनाग्रस्त होने का खतरा बना हुआ है वहीं रात के समय जोखिम दोगुना बढ़ जा रहा है। कैंची व रातीघाट क्षेत्र में हालात विकट है। निर्माण स्थल पर खड़ी लोहे की सरिया बड़ी अनहोनी की ओर इशारा कर रही है। आसपास सुरक्षा संबंधी कोई उपाय नहीं किए गए हैं ऐसे में कभी भी किसी दोपहिया वाहन सवारों के सरिया की ओर गिरने का अंदेशा है। निर्माण स्थल पर खस्ताहाल हाईवे खतरा और अधिक बड़ा दे रहा है। पूर्व में क्वारब क्षेत्र में वाहन चालक के शरीर में सरिया आरपार हो जाने का मामला सामने आने के बावजूद आवाजाही करने वाले लोगों की जिंदगी से खुला खिलवाड़ किया जा रहा है। भाजपा किसान मोर्चा मंडल उपाध्यक्ष दयाल दरमाल, कांग्रेस एससी मोर्चा नवीन चंद्र आर्या, मनीष तिवारी, गजेन्द्र सिंह नेगी, विरेन्द्र सिंह बिष्ट, मनोज नैनवाल, रोहित सिंह बिष्ट, तारा सिंह बिष्ट आदि ने लगातार बढ़ रहे खतरे के बाद भी अनदेखी किए जाने पर रोष जताया है। आरोप लगाया की सुरक्षा उपायों की अनदेखी कर बड़े हादसे को आमंत्रण दिया जा रहा है। एनएच के अधिशासी अभियंता प्रवीन कुमार के अनुसार निर्माण स्थल पर सुरक्षा उपाय बेहद जरुरी है। आवाजाही करने वाले लोगों की जिंदगी से खिलवाड़ नहीं होने दिया जाएगा। सभी स्थानों को चिह्नित कर तत्काल सुरक्षा संबंधी ठोस उपाय करवाए जाएंगे।