◼️ ताडी़खेत व द्वाराहाट ब्लॉक से गोविंद बल्लभ पंत अनुसंधान केंद्र पहुंचा किसानो का दल
◼️ किसानों को दिए गए उपज के बेहतर पैदावार के टिप्स
◼️ जैविक खेती के भी सिखाए गए गुर
(((टीम तीखी नजर की रिपोर्ट)))
उत्तराखंड जैविक बोर्ड तथा शील बायोटेक संस्था अल्मोड़ा के संयुक्त तत्वाधान में महिला किसानों के दल ने गोविंद बल्लभ पंत कृषि अनुसंधान केंद्र मझेडा़ में परंपरागत कृषि विकास योजना के तहत विभिन्न जानकारियां जुटाई। कृषि वैज्ञानिकों ने किसानों को परंपरागत फसलों की पैदावार से होने वाले लाभ की जानकारी दी।
मंगलवार को द्वाराहाट तथा ताडी़खेत ब्लॉक के करीब 36 समूहो से जुडे महिला व पुरुष किसानों का दल अल्मोड़ा हल्द्वानी हाइवे से सटे पंडित गोविंद बल्लभ पंत कृषि अनुसंधान केंद्र मझेडा़ (बेतालघाट ब्लॉक) पहुंचा। केंद्र प्रभारी व वरिष्ठ वैज्ञानिक डा. अंजली अग्रवाल ने किसानों के दल को बेहतर पैदावार के गुर बताए। किसानों से परंपरागत फसलों को बढ़ावा देने का आह्वान किया गया। मंडवा, झिंगोरा, भट्ट, गहत, तिल, सोयाबीन आदि फसलों की जैविक तरीके से बुवाई के तौर-तरीके बताए गए। फसलों के महत्व पर विस्तार से प्रकाश डाला गया। राज्य जैविक प्रशिक्षण केंद्र मजखाली(रानीखेत) के सहायक प्रशिक्षण प्रबंधक मनोहर सिंह अधिकारी ने किसानों को अनुसंधान केंद्र में होने वाले शोध की जानकारी दी। प. गोविंद बल्लभ पंत अनुसंधान केंद्र में पहुंचे महिला व पुरुष दल में ताडी़खेत ब्लॉक के 24 तथा द्वाराहाट ब्लॉक के 12 समूहो से जुडे़ किसानो ने हिस्सा लिया। इस दौरान रमेश कांडपाल, महिपाल सिंह रावत, संतोष सिंह पंवार, रश्मि सुयाल, मनोज भाकुनी, देवकी देवी, प्रभा बिष्ट, सुनीता देवी, माधवी देवी, सुनीता देवी, राधा देवी, जानकी देवी, श्याम सिंह मावडी़, महेंद्र सिंह मेहरा, मोहन लाल, शिवराज सिंह, जगदीश चंद्र, खजान चंद्र, रमेश चंद्र आदि मौजूद रहे।