🔳खैरना रानीखेत स्टेट हाईवे के बाद अब अल्मोड़ा हल्द्वानी हाईवे से सटे गांवों में आपूर्ति रही बाधित
🔳 दो हजार से ज्यादा उपभोक्ताओं ने झेली फजीहत
🔳 ग्रामीणों ने विद्युत विभाग की कार्यप्रणाली पर खड़े किए सवाल
🔳 एसडीओ बोले – विद्युत लाइनों में पेड़ गिरने से चरमराई व्यवस्था संवाद
[[[[[[[[[ टीम तीखी नजर की रिपोर्ट ]]]]]]]]]]]]
अल्मोड़ा हल्द्वानी हाईवे व खैरना रानीखेत स्टेट हाईवे से सटे गांवों में विद्युत व्यवस्था बड़ी परेशानी बन गई है। घंटों आपूर्ति ठप रहने से हजारों उपभोक्ताओं को परेशानी का सामना करना पड़ा जबकि कई गांवों में बिजली आंख मिचौली खेलती रही। आपूर्ति प्रभावित होने से बोर्ड परीक्षाओं की तैयारियों में जुटे नौनिहालों को दिक्कतों का सामना करना पड़ा। नाराज ग्रामीणों ने विद्युत विभाग के खिलाफ रोष भी जताया। गांवों में विद्युत आपूर्ति आए दिन प्रभावित रहने से दर्जनों गांवों के लोग परेशान है। बीते गुरुवार को खैरना रानीखेत स्टेट हाईवे से सटे गांवों में आपूर्ति घंटों बाधित रहने के बाद अल्मोड़ा हल्द्वानी हाईवे से सटे काकड़ीघाट, सूरी, गडस्यारी, डूगरा, खान, नौगांव, डोल, मंगडोली, कांडा, बडसीला समेत तमाम गांवों में रात के समय विद्युत आपूर्ति ठप हो गई। गांव के गांव अंधेरे में डूब गए। करीब दो हजार से अधिक उपभोक्ताओं को परेशानियों से जूझना पड़ा। बोर्ड परीक्षाओं में जुटे विद्यार्थियों की पढ़ाई प्रभावित हो गई। विद्युत संचालित उपकरण शोपिश बन गए। शुक्रवार सुबह तकरीबन दस बजे आपूर्ति बाहल होने के बाद उपभोक्ताओं ने राहत की सांस ली। स्थानीय पान सिंह, बालम सिंह, हरीश राम, चंदन राम, मख्खन सिंह, सोहन सिंह, प्रकाश चंद्र, पुष्कर सिंह, बालम राम, चमन सिंह, मदन राम, हरीश राम ने विद्युत विभाग की कार्यप्रणाली पर नाराजगी जताई। इधर बोहरागांव, चापड़, छाती, नौडा समेत तमाम गांवों में भी विद्युत व्यवस्था से ग्रामीण परेशान रहे। दिन भर बिजली की आंख-मिचौली जारी रही। समुचित आपूर्ति न होने से उपभोक्ताओं ने रोष जताया। विद्युत विभाग के एसडीओ आयुष चौहान के अनुसार विद्युत लाइनों में पेड़ गिरने से आपूर्ति प्रभावित हुई। कई जगह आपूर्ति सुचारु कर दी गई है। प्रयास किया जा रहा है की सभी गांवों में समुचित रुप से आपूर्ति हो सके।