🔳स्थाई प्रधानाचार्यो समेत कई विषयों के शिक्षकों के पद रिक्त
🔳एक से दूसरे तथा दूसरे से तीसरे विद्यालयों में भेजे जा रहे शिक्षक
🔳शिक्षा विभाग पर नौनिहालों के भविष्य से खिलवाड़ का आरोप
🔳एकजुट होने लगे पंचायत प्रतिनिधि, व्यापारी व राजनैतिक तथा गैरराजनैतिक संगठनों से लोग
((( टीम तीखी नजर की रिपोर्ट)))

बेतालघाट ब्लॉक के तमाम गांवों में स्थित राजकीय इंटर कॉलेजों में स्थाई प्रधानाचार्यो व रिक्त पदों पर शिक्षकों की तैनाती की मांग तेज हो गई है। पंचायत प्रतिनिधियों, व्यापारियों व राजनैतिक तथा गैरराजनीतिक संगठनों से जुड़े लोगों ने अब मुद्दे को धार देने का मन बना लिया है। दो टूक चेताया है की गांवों की उपेक्षा कतई बर्दाश्त नहीं की जाएगी। जल्द व्यवस्था में सुधार नही हुआ तो फिर आंदोलन की रणनीति तैयार होगी।
गांवों में स्वास्थ्य, शिक्षा समेत मूलभुत सुविधाओं का अकाल पड़ चुका है। अस्पतालों में चिकित्सकों व सुविधाओं की कमी से लोग परेशान हैं तो विद्यालयों में नौनिहालों की आंखें गुरुजनों के इंतजार में पथरा गई है। शिक्षा विभाग एक से दूसरे तथा दूसरे से तीसरे विद्यालयों में शिक्षकों को भेज व्यवस्था में विद्यालय संचालित कर रहा है। इंटर कॉलेजों में भी शिक्षकों व स्थाई प्रधानाचार्यो की तक तैनाती नहीं है। जीआइसी खैरना, धनियाकोट, गरजोली समेत कई विद्यालय प्रभारी प्रधानाचार्यो के भरोसे संचालित है। शिक्षा विभाग की अनदेखी से अब क्षेत्रवासियों का पारा भी सातवें आसमान पर पहुंच चुका है। ग्राम प्रधान संगठन के प्रदेश सचिव शेखर दानी, व्यापार मंडल प्रदेश उपाध्यक्ष विरेन्द्र बिष्ट, कुबेर सिंह जीना, महेन्द्र सिंह, विक्रम सिंह, संजय सिंह, कुलदीप सिंह खनायत, मदन सुयाल, उमेश शर्मा, रघुराज सिंह बर्गली आदि ने विद्यालयों में बिगड़ती जा रही शिक्षा व्यवस्था पर नाराजगी जताई है। शिक्षा विभाग पर नौनिहालों के भविष्य से खिलवाड़ का आरोप लगाया है। चेतावनी दी है की यदि जल्द विद्यालयों में स्थाई प्रधानाचार्य समेत शिक्षकों के रिक्त पड़े पदों पर तैनाती नहीं की गई तो अनिश्चितकालीन धरना शुरु किया जाएगा।