= बूंदबूंद पानी को मचा हाहाकार, लोग परेशान
= कुमाऊं आयुक्त से समस्या के समाधान की गुहार
= जल्द जलापूर्ति सुचारु न होने पर आंदोलन की चेतावनी

(((हरीश चंद्र/हरीश कुमार/पंकज भट्ट/पंकज नेगी की रिपोर्ट)))

पेयजल संकट का मामला कुमाऊं आयुक्त तक पहुंच गया है। ग्राम प्रधान गंगरकोट ने आयुक्त को पत्र भेज मामले को गंभीरता से लिए जाने की मांग उठाई है। तमाम गांवो के साथ ही विद्यालयों, बाजार क्षेत्र तथा सरकारी कार्योलयों में भारी पेयजल संकट उत्पन्न होने की जानकारी दी है।
अल्मोडा़ हल्द्वानी हाईवे पर स्थित गंगरकोट गांव की ग्राम प्रधान माया नेगी ने कुमाऊं आयुक्त दीपक राहत को पत्र भेज गांवो में पेयजल आपूर्ति दुरुस्त करवाने को विभागीय अधिकारियों को दिशा निर्देश देने की गुहार लगाई है। ज्ञापन के माध्यम से बताया है की अक्टूबर में आई आपदा के बाद से ही तमाम क्षेत्रो में पेयजल व्यवस्था ठप है।बूंदबूंद पानी के लिए तरसना पड़ रहा है। गर्मी शुरु होते ही हालात और बिगड़ते जा रहे है। ग्राम पंचायत सुयालबाडी़, चाफा, ढोकाने, गंगरकोट के साथ ही जीआइसी ढोकाने, सीएचसी सुयालबाडी़ के साथ ही बाजार क्षेत्रो में पेयजल संकट से हाहाकार मचा है। पानी न होने से रैस्टोरेंट संचालन से जुडे़ व्यापारियों को खासा नुकसान उठाना पड़ रहा है। कई बार व्यवस्था में सुधार की मांग उठाई जा चुकी है पर कोई सुनवाई नही हो रही। परेशानी बड़ते ही जा रही है। ग्राम प्रधान ने कुमाऊं आयुक्त से मामले में जल संस्थान के अधिकारियों को दिशा निर्देश दे व्यवस्था में सुधार की मांग उठाई है। चेतावनी भी दी है की यदि जल्द पेयजल व्यवस्था दुरुस्त नही की गई तो गांवो के लोगो को साथ लेकर आंदोलन की रणनीति तैयार की जाऐगी।