= नदी का पानी पीने को मजबूर हुए गांव के वासिंदे
= जल संस्थान पर लगाया उपेक्षा का आरोप
=सप्ताहभर से अधिक समय से आपूर्ति सुचारु करने का मिल रहा आश्वासन

(((पंकज भट्ट/हरीश कुमार/पंकज नेगी की रिपोर्ट)))

टूनागांव में पेयजल आपूर्ति चरमरा गई है। गांव के वासिंदे बूंदबूंद पानी को तरस रहे हैं। मजबूरी में नदी का पानी छानकर पीना पड़ रहा है। ग्रामीणों का आरोप है कि विभागीय अधिकारी कई दिनों से व्यवस्था सुचारू करने का दावा कर रहे हैं पर कोई सुध नहीं ली जा रही।
टूनाकोट गांव में पेयजल के लिए हाहाकार मचा हुआ है। कई दिनों से पेयजल आपूर्ति पटरी से उतर चुकी है। पर कोई सुध नहीं ली जा रही। मजबूरी में ग्रामीणों को कई किलोमीटर दूर से नदी से पानी ढोकर घर तक पहुंचाना पड़ रहा है। घर पहुंचकर ग्रामीण छानकर पानी पीने को मजबूर है। छोटे-छोटे बच्चे तक पानी ढो रहे हैं। ग्रामीणों का आरोप है कि विभागीय अधिकारियों को सूचना देने के बावजूद आपूर्ति सुचारू नहीं की जा रही। विभागीय अधिकारी बीते सप्ताह भर से व्यवस्था सुचारू करने का दावा कर रहे हैं पर धरातल पर कार्य ही नहीं हो रहा जिससे दिक्कत बढ़ती ही जा रही है। स्थानीय झूंगर सिंह, विक्रम सिंह, सुनील सिंह, भीम सिंह, देवेंद्र सिंह, पान सिंह आदि ग्रामीणों ने जल्द व्यवस्था सुचारू न होने पर आंदोलन का ऐलान कर दिया है।