= ओलियागांव,ओखिंना,गडस्यारी,
सुन्याकोट में पशुपालकों के पशु बिमार
= उपचार के अभाव में भी तोड़ रहे दम
= क्षेत्रवासियों ने उठाई गांव में शिविर लगाए जाने की मांग

(((महेंद्र कनवाल/कुबेर जीना/अंकित सुयाल/मनीष कर्नाटक की रिपोर्ट)))

बेतालघाट तथा रानीखेत खैरना स्टेट हाईवे से सटे बजोल व बमस्यू गांव में बकरियों के बीमारी से मौत होने के बाद अब अल्मोड़ा हल्द्वानी हाइवे से सटे गांवों में बकरियों में खुरिया रोग तेजी से फैल रहा है। कई पशुपालकों की बकरियों ने दम तोड़ दिया है। पशुपालकों ने गांव में शिविर लगा उपचार की मांग उठाई है। क्षेत्रवासियों ने पशुपालकों को मुआवजे की मांग की है।
गांवो के पशुओं में लगातार बिमारी बढ़ती जा रही है। बीते दिनो बेतालघाट ब्लाक के तमाम गांवो तथा रानीखेत खैरना स्टेट हाईवे के बजोल तथा बमस्यू क्षेत्र के बाद अब अल्मोडा़ भवाली राष्ट्रीय राजमार्ग से सटे ओलियागांव, ओखिंना, गडस्यारी, सुन्याकोट आदि गांवो में बिमारी ने दस्तक दे दी है। कई बकरीयां बिमारी की जद में आकर दम भी तोड़ चुकी है साथ ही कुछ गोवंशीय पशु बिमारी की चपेट में आ चुके है। पशुओ के मरने से पशुपालकों को आर्थिक नुकसान भी उठाना पड़ रहा है। लाल सिंह, उम्मेद सिंह, खीम सिंह, नवीन नेगी, पान सिंह के मवेसी दम तोड़ चुके है। क्षेत्रवासियों ने गांव में पशुओं के उपचार को शिविर लगाने तथा प्रभावित पशुपालकों को मुआवजा देने की मांग उठाई है।