◼️गांव की उपेक्षा किए जाने का आरोप, नारेबाजी का जताया रोष
◼️ आपदा को दस माह बीतने के बावजूद नहीं ली गांव की सुध
◼️आक्रोशित आपदा प्रभावितों ने दी आंदोलन की चेतावनी

((( टीम तीखी नजर की रिपोर्ट)))

आपदा को दस माह से भी अधिक का समय बीतने के बावजूद अनदेखी किए जाने से आखिरकार आपदा प्रभावित जाख गांव के वासिंदो का सब्र जवाब दे गया। ग्रामीणों ने नारेबाजी कर रोष जताया। आरोप लगाया की गांव में आपदा के बाद से हालात जस के तस है बावजूद कोई सुधलेवा नही है। दस महीने बीतने के बावजूद न तो कोई अधिकारी गांव पहुंचा है और न ही किसी नेता ने गांव पहुंचकर सुध ली है।
बेतालघाट ब्लाक के जाख गांव में बीते वर्ष अक्टूबर में आपदा के वक्त आसमान से खूब आफत बरसी। कई आवासीय भवन जमीनदोंज हो गए तो कई में गहरी दरार पड़ गई। रास्ते ध्वस्त हो गए कृर्षि भुमि भी तबाह हो गई। शेष बची भूमि भी खतरे की जद में है। ग्रामीणों का आरोप है है की बडे़ बडे़ दावे करने वाले नेता व अधिकारी आज तक गांव नही पहुंच सके है। लगातार उपेक्षा की जा रही है। रविवार को गांव के वासिदों ने रातीघाट बुधलाकोट मोटर मार्ग पर नारेबाजी कर रोष जताया। वक्ताओं ने कहा की आज तक अधिकारी व नेताओं ने गांव पहुंचने की जहमत नही उठाई है। आपदा प्रभावित गांव के लोगो की सुध लेने के बजाय सौतेला व्यवहार किया जा रहा है। दो टूक कहा की यदि जल्द आपदा प्रभावित गांव की सुध नही ली गई तो फिर रातीघाट – बुधलाकोट मोटर मार्ग पर ही गांव के लोगो को साथ लेकर धरना शुरु कर दिया जाऐगा। इस दौरान पूर्व क्षेत्र पंचायत सदस्य प्रताप राम, हरक सिंह बिष्ट, हर लाल साह, मदन सिंह नेगी, संतोष नेगी, चंदन नेगी, उमराव सिंह आदि मौजूद रहे।