🔳 कैंची धाम मंदिर के नजदीक नदी में डाली गंदगी का निरीक्षण करने पहुंची विशेष टीम
🔳 भारी गंदगी देख सख्ते में आए विभागीय अधिकारी
🔳 आसपास से ही गंदगी नदी तक [[[[[[[[ BIG BREAKING खबर का हुआ सीधा असर………. ]]]]]]]]]]] पवित्र शिप्रा नदी में गंदगी से हरकत में उत्तराखंड पर्यावरण संरक्षण व प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड hai पहुंचने का खुलासा
🔳 नदी के बहते पानी में गंदगी के मिलने से संक्रामक बिमारियों के फैलने का खतरा
🔳 क्षेत्रीय अधिकारी ने किया कड़ी कार्रवाई का दावा
[[[[[[[ टीम तीखी नजर की रिपोर्ट ]]]]]]]]]
सुप्रसिद्ध कैंची धाम क्षेत्र में बहने वाली पवित्र शिप्रा नदी में बजबजा रही गंदगी का मामला उठने पर उत्तराखंड पर्यावरण संरक्षण व प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड हरकत में आ गया है। धार्मिक स्थल पर बहने वाली नदी क्षेत्र में गंदगी देख विभागीय टीम भी सख्ते में है। विभाग के क्षेत्रीय अधिकारी अनुराग नेगी के अनुसार निरीक्षण करवा लिया गया है। रिपोर्ट मिलने के बाद नदी को प्रदूषित करने वालों के खिलाफ कार्रवाई की जाएगी। जुर्माना भी लगाया जाएगा।
अल्मोड़ा हल्द्वानी हाईवे पर स्थित सुप्रसिद्ध कैंची धाम में रोजाना देश विदेश से हजारों श्रद्धालु पहुंचते हैं। बाबा नीम करौरी के दर पर मत्था टेकने वाले बाबा भक्तों की लंबी कतार लगती है। क्षेत्र में तमाम सुविधाएं विकसित हो रही है पर मुख्य मंदिर के समीप बहने वाली पवित्र शिप्रा नदी तंत्र की बेरुखी से कराह रही है। मंदिर परिसर से करीब बीस मीटर की दूरी पर भारी गंदगी बजबजाने से जिम्मेदारों की कार्यप्रणाली व नदी क्षेत्र में चलाए जाने वाले सरकारी सफाई अभियानों की भी पोल खुल गई। नदी में बड़े पैमाने पर पहुंची गंदगी के नदी में बहने से तमाम गंभीर सवाल खड़े हो गए। संक्रामक बिमारियों के फैलने का खतरा भी बढ़ गया है। मामला उठने पर उत्तराखंड पर्यावरण संरक्षण व प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड के हल्द्वानी स्थित कार्यालय में भी हड़कंप मच गया। आनन फानन में क्षेत्रीय अधिकारी अनुराग नेगी के निर्देश पर दो सदस्यीय विशेष टीम शनिवार को कैंची क्षेत्र में पहुंची। नदी में पहुंचकर भारी मात्रा में एकत्र गंदगी का निरीक्षण किया गया। खुलासा किया की आसपास से ही गंदगी नदी क्षेत्र तक पहुंची है। गंदगी को छुपाने के लिए बकायदा ऊपर से सूखी झाड़ियां भी डाली गई है। टीम निरीक्षण रिपोर्ट उच्चाधिकारियों को सौंपेगी। उत्तराखंड पर्यावरण संरक्षण व प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड के क्षेत्रीय अधिकारी अनुराग नेगी के अनुसार रिपोर्ट मिलने के बाद कड़ी कार्रवाई की जाएगी। नदी को प्रदूषित करने वालों को बख्सा नहीं जाएगा।