🔳 गांवों में बूंद बूंद पानी को मचा हाहाकार
🔳 समुचित पेयजल उपलब्ध न होने पर ग्रामीणों में रोष
🔳जल संस्थान पर लगाया गांवों की उपेक्षा किए जाने का आरोप
🔳 धूराफाट संघर्ष समिति ने किया जल संस्थान के कार्यालय में धरने का ऐलान
((( टीम तीखी नजर की रिपोर्ट)))

समीपवर्ती गांवों को पानी उपलब्ध कराने वाली रिची – थापल पंपिग पेयजल योजना से समुचित पेयजल उपलब्ध न होने से ग्रामीणों का पारा चढ़ गया है। ग्रामीणों ने जल संस्थान पर गांवों की उपेक्षा किए जाने का आरोप लगाया है। धूराफाट संघर्ष समिति के अध्यक्ष कैलाश पांडे ने जल्द व्यवस्था में सुधार न करने पर ग्रामीणों व पंचायत प्रतिनिधि को साथ देकर आंदोलन की चेतावनी दे डाली है।

समीपवर्ती बलियाली, हिडा़म, मुसौली, लोधियाखान समेत तमाम गांवो को रिची – थापल पंपिंग पेयजल योजना से पानी की आपूर्ति की जाती है। बीते वर्ष ग्रामीणों ने योजना के पुनर्गठन को एक महीने तक आंदोलन किया तो सरकार ने करोड़ों रुपये स्वीकृत कर दिया। पुनर्गठन कार्य होने के बावजूद ग्रामीणों को समुचित पेयजल उपलब्ध नहीं हो पा रहा है ग्रामीणों का आरोप है कि जल संस्थान लापरवाह बना हुआ है। महीने में एक या दो दिन पानी उपलब्ध हो रहा है। मजबूरी में दूर दराज से पानी ढोना मजबूरी बन चुका है। करोड़ों रुपये खर्च होने के बावजूद पानी उपलब्ध न होना विभागीय अधिकारियों की कार्यप्रणाली को भी दर्शाता है। धूराफाट संघर्ष समिति के अध्यक्ष कैलाश पांडे, ग्राम प्रधान सोबन फर्त्याल, पुष्कर राम, लछी राम आदि ने जल्द व्यवस्था में सुधार न होने पर गरमपानी स्थित जल संस्थान के कार्यालय में धरने का ऐलान किया है।