🔳 तय समय पर कार्य पूरे करने के दिए गए निर्देश
🔳 सीएम पोर्टल पर शिकायत के बाद मझेडा नहर का काम रोका
🔳 शिकायत के निस्तारण के बाद दोबारा शुरु होगा काम
🔳 शिप्रा नदी में आबादी के लिए खतरा बन रहे बोल्डरों के निस्तारण का कार्य भी करवाया शुरु
[[[[[[[[[ टीम तीखी नजर की रिपोर्ट ]]]]]]]]]]
आपदा से ध्वस्त सिंचाई नहरों के पुनर्निर्माण कार्यो का सिंचाई विभाग की विशेष टीम ने औचक निरीक्षण किया। सीएम पोर्टल पर हुई शिकायत के बाद अग्रिम आदेशों तक मझेडा नहर का कार्य रोक दिया गया है। विभागीय टीम ने निरीक्षण के बाद तहसील मुख्यालय के ठिक सामने नदी क्षेत्र में विशालकाय बोल्डर तुड़वाने का कार्य भी शुरु करवाया।
सोमवार को सिंचाई विभाग की टीम ने पाडली सिंचाई नहर का निरीक्षण कर निर्माण कार्यों की जांच की। कार्यदाई संस्था को तय समय पर गुणवत्तायुक्त कार्य पूरे करने के निर्देश दिए। पाडली नहर के बाद विभागीय टीम ने शिप्रा नदी से बन रही मझेडा सिंचाई नहर का जायजा लिया। मुख्यमंत्री समाधान पोर्टल पर स्थानीय पुष्कर सिंह पनौरा की शिकायत दर्ज करवाने के बाद विभागीय टीम ने नहर निर्माण देखा। करीब सात सौ मीटर नहर निर्माण हो जाने के बाद अग्रिम आदेशों तक निर्माण कार्य रोकने के निर्देश दिए गए। अधिकारियों के अनुसार शिकायत का निस्तारण के बाद ही दोबारा कार्य शुरु करवाया जाएगा। विभागीय टीम के अनुसार किसानों को सिंचाई के लिए समय पर पानी उपलब्ध कराने का प्रयास किया जा रहा है। नहरों के निरीक्षण के बाद टीम ने शिप्रा नदी के बीचोंबीच खतरा बन रहे बोल्डरों का निरीक्षण कर बोल्डर तुड़वाने का कार्य भी शुरु करवाया। सहायक अभियंता एके आर्या तथा अवर अभियंता नीरज तिवारी के अनुसार बोल्डर से आबादी की ओर बाढ़ का पानी रुख न करें इसके लिए बरसात से पूर्व खतरा बन रहे बोल्डरों का निस्तारण कर लिया जाएगा।