= कुमाऊं के अलग अलग क्षेत्रो से पहुंचे युवा
= युवाओं को रोजगार देने की भी उठी पुरजोर मांग
(((हल्द्वानी से संजय चौधरी/उदित चौधरी की रिपोर्ट)))
कुमाऊं के प्रवेशद्वार हल्द्वानी बुद्ध पार्क में युवाओं के द्वारा सख्त भू कानून मूल निवास 1950, आर्टिकल 371, इनर लाइन परमिट सिस्टम को लेकर एक दिवसीय धरना प्रदर्शन किया। कुमाऊं भर के अलग-अलग क्षेत्रों से लोगों ने इस आंदोलन को अपना समर्थन दिया।
पहाड़ संघर्ष समिति के तेजसेश्वर घुघत्याल ने कहा कि राज्य सरकार को युवाओ की मांग को मानते हुए उत्तराखंड में सख्त भू कानून लागू करना चाहिए क्योंकि अगर भू कानून लागू नहीं होगा तो हमारे उत्तराखंड की सारी जमीन बिक जाएंगी। कार्तिक उपाध्याय ने कहा कि पूरे भारत के अंदर मूल निवास 1950 लागू है सिर्फ उत्तराखंड के अंदर नहीं है। यह राज्य के संग सौतेला व्यवहार है। सरकार को चाहिए कि मूल निवास 1950 को लागू करें। वंदे मातरम ग्रुप के सदस्य शेलेन्द्र दानू ने कहा कि हमारी उत्तराखंड की संस्कृति को बचाने के लिए स्थानीय युवाओं को रोजगार देने के लिए और राज्य की चीजों पर पहला हक उत्तराखंड के लोगों का अधिकार हो इसके लिए आर्टिकल 371 की जरूरत है। साथ ही साथ पहाड़ में बढ़ते ह्यूमन ट्रैफिकिंग के मामले व अपराधिक गतिविधियों के लिए इनर लाइन परमिट सिंस्टम भी लागू होना चाहिए। इस दौरान कई वक्ताओं ने सभा को संबोधित किया और एक सुर में कहा कि आने वाली कैबिनेट मीटिंग में सरकार इन सभी चीजों को लागू करें वरना आने वाले समय में इस राज्य का युवा सरकार के खिलाफ 2022 में मतदान करेगा। इस दौरान सैकड़ों की संख्या में युवा उपस्थित रहे।