◼️ आबादी बढ़ने के साथ ही गहराता जा रहा पेयजल संकट
◼️ आए दिन पेयजल संकट का सामना करने को मजबूर हुए लोग
◼️ गरमपानी -खैरना तथा छडा़ क्षेत्र कोई लाभान्वित किए जाने की उठी मांग
((( टीम तीखी नजर की रिपोर्ट)))
कोसी व शिप्रा नदी पर बनी पंपिग पेयजल योजनाओं से गरमपानी खैरना तथा छडा़ क्षेत्र को जोड़ने की पुरजोर मांग उठने लगी है। पंपिग पेयजल योजना से क्षेत्र को जोडने से सैकडो़ लोग लाभान्वित होगें साथ ही पेयजल संकट से भी क्षेत्र के वासिंदो को लाभ मिल सकेगा।
अल्मोड़ा हल्द्वानी हाईवे पर स्थित गरमपानी खैरना तथा छडा़ क्षेत्र को दोपांखी स्थित प्राकृतिक जल स्रोत से पेयजल आपूर्ति होती है। क्षेत्र की आबादी बढ़ने तथा लगातार जल स्रोत में पानी कम होने से आए दिन क्षेत्र में पेयजल संकट बना रहता है। आपदा के बाद से हालात और बिगड़ चुके है। क्षेत्र के उपभोक्ताओं को समुचित पेयजल आपूर्ति नही हो पा रही है जिस क्षेत्र के वासिंदो को परेशानी का सामना करना पड़ता है। समस्या से निजात दिलाने को कोसी व शिप्रा नदी पर बनी बारगल – कफूल्टा तथा मझेडा़ – ब्यासी पंपिग पेयजल योजना से क्षेत्र को जलापूर्ति किए जाने की मांग भी उठने लगी है। पूर्व ग्राम प्रधान पूरन लाल साह, व्यापारी नेता गजेन्द्र नेगी, भैरव नैनवाल, मनोज नैनवाल, विरेन्द्र बिष्ट, गोधन सिंह बिष्ट,दीपक सिंह, अनिल बुधलाकोटी आदि ने गरमपानी – खैरना तथा छडा़ क्षेत्र को शिप्रा व कोसी नदी पर बनी पेयजल पंपिग योजानाओं से जोड़ जलापूर्ति किए जाने की मांग उठाई है ताकी लगातार बढ़ रहे पेयजल संकट से निजात मिल सके।