= ग्रामीणों ने भेजा जिलाधिकारी को ज्ञापन
= स्वास्थ्य सुविधाओं के अभाव में ग्रामीण कर रहे परेशानी का सामना
= उपेक्षा पर आंदोलन का ऐलान

(((महेंद्र कनवाल/कुबेर जीना /अंकित सुयाल की रिपोर्ट)))

बेड़गांव तथा हरडे गांव के समीप स्वास्थ्य केंद्र स्थापित किए जाने की मांग जोर पकड़ने लगी है। ग्रामीणों ने जिलाधिकारी को ज्ञापन भेज गांव में स्वास्थ्य केंद्र खोले जाने की पुरजोर मांग उठाई है।
बेड़गांव तथा हरडे गांव के बेहतर बाशिंदे स्वास्थ्य सुविधा के लिए रानीखेत,गरमपानी तथा अल्मोड़ा पर निर्भर है। स्वास्थ्य सुविधाओं के लिए ग्रामीणों को काफी दिक्कतों का सामना करना पड़ता है। सुदूर गांवों के मरीज को डोली के माध्यम से सड़क मार्ग तक लाया जाता है जहां से फिर मरीज को अस्पताल पहुंचाया जाता है। जिसमें काफी दिक्कतों का सामना करना पड़ता है। आरटीआई कार्यकर्ता पुष्पा पांडे ने जिलाधिकारी को ज्ञापन भेज कहा है कि यदि गांव के बीच में एक स्वास्थ्य केंद्र स्थापित कर दिया जाए तो हजारों लोगों को इसका लाभ मिल सकेगा। साथ ही कई समस्याओं से निजात मिल सकेगी। आरटीआई कार्यकर्ता ने ज्ञापन के माध्यम से बताया कि स्वास्थ्य सुविधाओं के लिए गांव के लोग काफी परेशान हैं। चेताया है कि यदि स्वास्थ्य केंद्र स्थापित करने के लिए कार्रवाई नहीं की गई तो ग्रामीण सड़क पर उतर आंदोलन शुरू करेंगे। ज्ञापन में पूजा रावत, पुष्पा देवी, कमला देवी, सरस्वती देवी, कमला नेगी, मुन्नी देवी, दीपक नेगी, मोहन सिंह, भगवान राम, बहादुर सिंह, सचिन नेगी, नारायण सिंह नेगी, प्रेमपाल सिंह, नारायण सिंह आदि के हस्ताक्षर हैं।