◾ कोसी का बहाव बढ़ने पर आश्रम की सीमा तक पहुंचने लगता है पानी
◾ संभावित खतरे को टालने को बाढ़ सुरक्षा कार्य जरुरी
◾ काकड़ीघाट में कोसी नदी के तट पर स्थित है आश्रम
((( टीम तीखी नजर की रिपोर्ट)))
अल्मोड़ा हल्द्वानी हाईवे पर काकड़ीघाट क्षेत्र में स्थित नीम करौली आश्रम के समीप कोसी नदी क्षेत्र में बाढ़ सुरक्षा कार्य न होने से भविष्य में खतरा बढ़ने की आंशका है। लोगों ने भविष्य में संभावित बाढ़ के खतरे को देखते हुए आश्रम के समीप मजबूत सुरक्षात्मक कार्य करवाए जाने की मांग उठाई है।
काकड़ीघाट क्षेत्र में कोसी नदी के तट पर स्थित बाबा नीम करौली आश्रम व सोमवारी बाबा की तपोस्थली है। बीते दो वर्ष पूर्व अक्टूबर में हुई मूसलाधार बारिश के बाद कोसी नदी का बहाव तेज हुआ तो बाढ़ का पानी आश्रम की सीमा तक पहुंचने लगा हालांकि बाद में वेग कम होने से आश्रम को कोई नुकसान नहीं हुआ पर तब से खतरे का अंदेशा बढ़ा गया है। कोसी नदी का उफान बडा़ तो नुकसान से इन्कार नहीं किया जा सकता है ऐसे में अब नदी क्षेत्र की ओर आश्रम की सीमा पर मजबूत बाढ़ सुरक्षा कार्य की मांग जोर पकड़ने लगी है। मदन सुयाल, महेंद्र सिंह कनवाल, गोपाल सिंह, मनीष तिवारी, देवेश त्रिपाठी, दलीप सिंह नेगी आदि ने बाढ़ सुरक्षा कार्य किए जाने पर जोर दिया है। लोगों के अनुसार बाढ़ सुरक्षा कार्य किए जाने आवश्यक है ताकी भविष्य के खतरे को टाला जा सके।