🔳 जानकारी मिलने के बाद होगा धर्मशालाओं का जीर्णोद्धार
🔳 जसूली बूढ़ी शौक्याणी धर्मशाला जीर्णोद्धार एवं प्रबंधन समिति ने तेज की तैयारी
🔳 अतिक्रमण की चपेट में आ चुकी धर्मशालाओं को भी करवाया जाएगा मुक्त
🔳 बेतालघाट व काकड़ीघाट में भी धर्मशालाओं की चर्चा
🔳 देखरेख के अभाव में झेल रही बदहाली का दंश
[[[[[[[[[[ टीम तीखी नजर की रिपोर्ट ]]]]]]]]]]]]
अल्मोड़ा हल्द्वानी हाईवे पर खीनापानी स्थित दानवीर जसुली देवी धर्मशाला का जीर्णोद्धार कार्य पूरा होने के बाद अब जसूली बूढ़ी शौक्याणी धर्मशाला जीर्णोद्धार एवं प्रबंधन समिति कोसी घाटी में दानवीर जसुली देवी की धरोहर की खोजबीन को शुरु करेगी। धर्मशालाओं के विषय में जानकारी जुटाने के बाद उन्हें संरक्षित करने की ओर कदम बढ़ाया जाएगा। समिति सदस्यों ने गांवों के लोगों से धर्मशाला के संबंध में जानकारी होने पर सूचना उपलब्ध कराने की अपील भी की है।
पिथौरागढ़ के दारमा घाटी की रहने वाली जसुली देवी शौक्याडी ने कुमाऊं व गढ़वाल में अनगिनत धर्मशालाओं का निर्माण करवाया। समय के साथ साथ अनदेखी की मार से कई धर्मशालाएं क्षतिग्रस्त हो गई तो कई धर्मशालाएं अतिक्रमण की चपेट में आ गई। अल्मोड़ा हल्द्वानी हाईवे पर खीनापानी क्षेत्र में स्थित दानवीर जसुली देवी धर्मशाला के जर्जर हालत में पहुंचने पर उसे संरक्षित किए जाने को लेकर दो वर्ष पूर्व कवायद शुरु हुई। बीते दिनों धर्मशाला के जीर्णोद्धार का कार्य पूरा कर लिया गया है। कार्य पूरा होने के बाद अब धर्मशाला ने रुप में सामने आ गई है। धरोहर को संरक्षित करने के मकसद से बीते दिनों ही वार्षिकोत्सव भी मनाया गया। अब
अतीत बन चुकी धर्मशालाओं की खोजबीन व उनके जीर्णोद्धार को जसूली बूढ़ी शौक्याणी धर्मशाला जीर्णोद्धार एवं प्रबंधन समिति ने कदम आगे बढ़ाने का निर्णय लिया है। कोसी घाटी क्षेत्र में धर्मशालाओं के अस्तित्व का पता लगाने को कवायद तेज कर दी गई है। बेतालघाट, काकड़ीघाट समेत तमाम गांवों में धर्मशालाओं की मौजूदगी की चर्चाओं से समिति को बल मिला है। उम्मीद है की जल्द ही समिति से जुड़े पदाधिकारी व सदस्य धर्मशालाओं तक पहुंचकर उनके जीर्णोद्धार का रोड मैप तैयार करेंगे। अतिक्रमण की जद में आ चुकी धर्मशालाओं को भी अतिक्रमणकारियों से मुक्त किया जाएगा। समिति अध्यक्ष फली सिंह दत्ताल के अनुसार दानवीर जसुली देवी निर्मित धर्मशालाओं को संरक्षित करने के उद्देश्य से धर्मशालाओं के विषय में जानकारियां जुटाई जा रही है। जानकारी मिलने पर धरोहर को संरक्षित करने के लिए ठोस कदम उठाए जाएंगे। समिति अध्यक्ष ने गांवों के लोगों से धर्मशालाओं से संबंधित जानकारी उपलब्ध कराने का आह्वान किया है। साफ कहा की अतिक्रमण की जद में आ चुकी धर्मशालाओं को भी अतिक्रमणकारियों के कब्जे से मुक्त करवाया जाएगा।