◾राष्ट्रीयकृत बैंकों में सत्यापित अभिलेखों के साथ खुलवाया जाता है खाता
◾ निजी बैंकों के ऑनलाइन खाता खोलने का लाभ उठा रहे साइबर अपराधी
◾ आए दिन लोगों को ठगी का शिकार बना अपने खाते में ट्रांसफर करा रहे पैसे
((( टीम तीखी नजर की रिपोर्ट)))
साइबर ठग लोगों को नए नए तरिको का इस्तेमाल कर लोगों को ठगी का शिकार बना रहे हैं। निजी बैंकों में तेजी से आनलाइन खाते खोल साइबर अपराधी अपने इरादों को अंजाम दे रहे हैं। पीएनबी बमस्यूं के शाखा प्रबंधक के अनुसार राष्ट्रीयकृत बैंकों में सत्यापित अभिलेखों के बाद ही खाते खुलवाए जाते हैं जबकि निजी बैंको में ऑनलाइन खाते खोल दिए जाते हैं। साइबर अपराध से जुड़े अपराधी निजी बैंकों में आसानी से खाते खोल अपने अकाउंट संचालित करते हैं। उन्हीं खातों में लोगों से धोखे से पैसे ट्रांसफर करवा धोखाधड़ी को अंजाम देते हैं।
साइबर अपराधी तेजी से जाल फैला रहे हैं। कभी व्हाट्सएप प्रोफाइल फोटो का इस्तेमाल कर ठगी की जा रही है तो कभी बैंक अधिकारी बनकर खाता बंद होने दोबारा संचालित करने के नाम पर ठगी की जा रही है। बेहद शातिराना अंदाज में साइबर ठग हजार – दो हजार रुपये ट्रांसफर कर गलती से पैसे आने के बात कह पैसे वापस करने में भरोसे पर लेकर ओटीपी नंबर जुटा आसानी से लोगों को ठग ले रहे हैं। हैरत की बात है यह है की अलग अलग प्रदेशो से ठगी के काम को अंजाम दिया जा रहा है। शातिर साइबर ठग अपने खाते राष्ट्रीयकृत बैंकों में न खोलकर निजी बैंकों से संचालित कर रहे हैं। पीएनबी बमस्यूं के शाखा प्रबंधक रमेश सिंह बोरा के अनुसार राष्ट्रीयकृत बैंक में खाता खुलवाने में खातेधारक को बैंक में आकर सत्यापित अभिलेखों से खाता खुलवाना होता है जबकि निजी बैंकों में ऑनलाइन ही खाता खोल दिया जा रहा है। ऐसे में साइबर ठग निजी बैंकों का सहारा ले अपना खाता खोल रहे हैं। अलग-अलग प्रदेशों से केवाईसी, आईएफएससी कोड का इस्तेमाल किया जा रहा है। और लोगों को आसानी से झांसे में ले ठगी की जा रही है। शाखा प्रबंधक ने लोगों से जागरूक रहने की अपील की है।