= विद्युत विभाग पर लगाया गांवों की उपेक्षा का आरोप
= जल्द कटौती बंद न करने पर आंदोलन का ऐलान
((( महेंद्र सिंह कनवाल/ पंकज नेगी की रिपोर्ट)))
रानीखेत खैरना स्टेट हाइवे से सटे गांवों में बिजली कटौती से ग्रामीणों का पारा चढ़ गया है। रोजाना पांच पांच घंटे कटौती होने से लोगों को दिक्कतों का सामना करना पड़ रहा है। ग्रामीणों ने व्यवस्था में सुधार किए जाने की मांग की है।
स्टेट हाईवे से सटे टूनाकोट, तिपौला, स्यालीखेत, बगवान, कोटीला आदि गांवों में रोजाना बिजली कटौती से ग्रामीण परेशान है। रोजाना पांच पांच घंटे विद्युत कटौती की जा रही है। जिससे नौनिहालों की ऑनलाइन पढ़ाई प्रभावित हो रही है। मोबाइल चार्ज ना होने के कारण लोग परेशान हैं। बिजली संचालित अन्य उपकरण खिलौने बन जा रहे हैं। गांवो में स्थित बाजार के व्यापारियों को भी परेशानी का सामना करना पड़ रहा है। ग्रामीणों का आरोप है कि रोजाना घंटो कटौती की जा रही है जिसे कतई बर्दाश्त नहीं किया जाएगा। विद्युत विभाग मनमाने बिल वसूलने के बावजूद उत्पीड़न पर आमादा है। स्थानीय पूरन सिंह, सूनील मेहरा, डूंगर सिंह, देव सिंह, खुशाल सिंह फर्त्याल, कृपाल फर्त्याल, विक्रम सिंह आदि ने कटौती बंद किए जाने की मांग उठाई है। चेताया है कि यदि कटौती बंद नहीं की गई तो संबंधित विभाग के खिलाफ मोर्चा खोल दिया जाएगा।
हाईटेंशन लाइन पर गिरा पेड़ आपूर्ति चरमराई
अल्मोडा हल्द्वानी हाईवे पर स्थित सुयालबाड़ी क्षेत्र में भी विद्युत आपूर्ति करीब 11 घंटे ठप रही। मध्य रात्रि एक बजे के आसपास विद्युत आपूर्ति ठप हो गई। अवर अभियंता हेमचंद कपिल के अनुसार कैंची धाम क्षेत्र के आसपास पेड़ गिरने से आपूर्ति ठप हुई। विभागीय कर्मचारियों को भेज विशालकाय पेड़ हटाया जा सका। विद्युत लाइन दुरुस्त करने के बाद बमुश्किल दोपहर में आपूर्ति सुचारू की जा सकी। आपूर्ति सुचारू होने के बाद क्षेत्रवासियों ने राहत की सांस ली।