◼️ पंचायत प्रतिनिधि व ग्रामीणों में बढ़ रही नाराजगी
◼️ किसानो को हो रहे नुकसान का मुआवजा देने की उठाई मांग
◼️सिंचाई विभाग पर किसानो के हितो से खिलवाड़ का लगाया आरोप

((( टीम तीखी नजर की रिपोर्ट)))

बेतालघाट ब्लाक के तमाम गांवो में सिंचाई नहरो के आपदा के दस माह से भी अधिक समय से ध्वस्त पडे़ होने से पंचायत प्रतिनिधियों व गांव के वासिंदो का पारा चढ़ गया है। सिंचाई विभाग पर किसानों के हितों से खिलवाड़ किए जाने का आरोप लगाया है। सिंचाई व्यवस्था बदहाल होने से भविष्य की उपज भी चौपट होने का अंदेशा जताया है।
बेतालघाट ब्लॉक के काश्तकार लगातार नुकसान उठा रहे हैं। आपदा को दस माह बीत जाने के बावजूद सिंचाई योजनाएं बदहाल पड़ी है। पंचायत प्रतिनिधि व ग्रामीणों का आरोप है कि सिंचाई योजनाओं की मरम्मत को प्रस्ताव बनाकर इतिश्री कर दी गई है। धरातल पर मरम्मत के लिए ठोस उपाय नहीं किए जा रहे हैं जिससे लगातार किसानों को नुकसान उठाना पड़ रहा है। पूर्व में गेहूं, मंडवा व अन्य उपज बर्बाद हो चुकी हैं। किसान नुकसान पर नुकसान झेल रहे हैं। क्षेत्र पंचायत सदस्य कविता वर्मा, ग्राम प्रधान कुंदन नेगी, शेखर दानी, पान सिंह बिष्ट, देव सिंह बिष्ट, ठाकुर सिंह, बाला दत्त खंडूरी आदि ने सिंचाई विभाग पर किसानों की उपेक्षा का आरोप लगाया है। किसानों को हुए नुकसान की भरपाई को मुआवजे देने की पुरजोर मांग उठाई है। चेतावनी दी है कि यदि जल्द नहरों की मरम्मत नहीं की गई तो फिर काश्तकारों को साथ ले आंदोलन का बिगुल फूंक दिया जाऐगा।